छत्तीसगढ़ में भी 4 जनवरी को कुछ जिलों में वैक्सीन का ट्रायल होगा । प्रदेश में वायरस ने अब तक 2.77 लाख लोगों का संक्रमित किया है, 3,340 लोगों की जान ले चुका है। 2020 में आई इस त्रासदी पर 2021 में टीका का बड़ा मरहम लगाने जा रहा है।
‘पत्रिका’ के सवालों पर सिंहदेव के जवाब- केंद्र न हटे पीछे- देश की सभी नागरिकों के वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है, उसे पीछे नहीं हटना चाहिए। हमारे द्वारा वैक्सीन खरीदने का सवाल ही नहीं उठता। बहुत ज्यादा खर्च नहीं आएगा, 40-50 करोड़ खर्च बैठेगा।
मैं लगवाऊंगा पहला टीका- प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि मैं पहला टीका लगवाऊं, ताकि किसी को किसी भी प्रकार की कोई शंका न रहे। मैंने अपना नाम प्रस्तावित कर दिया है।
एम्स में करेगा जीनोम सीक्वेंसिंग- मैंने एम्स की डॉ. अनुदिता भार्गव से बात की, उन्होंने जल्द से जल्द जीनोम सीक्वेंसिंग का भरोसा दिलाया है। 2 साल तक सावधानी बरतनी होगी- मैं यह मानता हूं कि वैक्सीन भले ही आ जाए मगर हर किसी को 2 साल तक ऐसी ही सावधानी बरतनी होगी। क्योंकि हर किसी को वैक्सीन लगनी भी नहीं है। इसलिए यह संक्रमण ठीक सर्दी-जुखाम की तरह ही सदियों तक बना रहेगा।
और भी वायरस आएंगे- आप यह भी मानकर चलिए कि भविष्य मे ऐसे कई वायरस आएंगे ही आएंगे। इसलिए हमें तैयारियां रखनी होंगी। साधन-संसाधन की कमी है, इसे दूर करना होगा।