स्टीम: यदि सर्दी-जुकाम तेज है तो इस समय स्टीम ले सकती है। इससे राहत मिलेगी। सामान्य पानी की भाप ले सकती है। दिन में दो बार भाप लेने से थोड़ा आराम मिलेगा। अणु तेल: नाक में अणु तेल लगाएं। इससे बंद नाक खुल जाती है और आराम मिलता है। नाक की एलर्जी में अक्सर इस तेल का उपयोग किया जाता है।
सुबह की गुनगुनी धूप: गर्भवती महिलाओं के लिए सर्दियों में सुबह की गुनगुनी धूप भी जरूरी होती है। इस समय यदि सर्दी-जुकाम है तो सिर, पैर और हाथ खुले रखें, ताकि धूप सीधी पढ़ सकें। इससे विटामिन डी की आपूर्ति भी होगी।
नमक-हल्दी के गरारे: गर्म पानी सामान्यतः सर्दी-जुकाम में आराम पहुंचाता है। गर्भावस्था में यदि महिलाएं इसका प्रयोग करें तो उन्हें सुकून मिलेगा। इसके अलावा नमक और हल्दी के गरारे करेंगी तो राहत मिलेगी। दही सॉफ्ट ड्रिंक्स न लें: मौसम बदलने वाली ऋतु में कोल्ड ड्रिंक, दही और ठंडी चीजें न लें। इनसे सर्दी जुकाम की आशंका बढ़ती है।
यह भी करें
– सीने पर सरसों के तेल में सेंधा नमक मिलाकर लगाएं।
– तुलसी व अदरक को शहद के साथ लें।
– सीतोपलाधि चूर्ण शहद के साथ 2 ग्राम लें।
– एलादि वटी चूसने के लिए लें। ध्यान रहे इस तरह की दवाओं का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से करना ही सही है।