स्वास्थ्य सचिव ने पत्र में लिखा है – यह देखा गया है कि कोरोना पॉजिटिव पायी गई महिलाओं के साथ उनके छोटे बच्चे को भी कोविड अस्पताल भेजा जा रहा है। कोविड अस्पताल में संक्रमण के खतरे को देखते हुए मां के साथ में आने वाले बच्चे भी संक्रमित हो सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी कलेक्टरों से कहा है कि कोविड पॉजिटिव पायी गई महिलाओं के बच्चे के भी सैंपल लेकर आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया जाए। यदि जांच में बच्चे की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो ही उसे मां के साथ अस्पताल भेजा जाए।
विभाग ने बच्चे की रिपोर्ट निगेटिव आने पर अस्पताल नहीं भेजने के निर्देश दिए हैं। यदि परिवार के अन्य सदस्य बच्चे को रखने के इच्छुक नहीं हैं, तो उसे जिले में संचालित सखी सेंटर या पालना घर को क्रियाशील कर क्वारेंटाइन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए रखा जाए। कलेक्टरों को सखी सेंटर या पालना घर में बच्चे की देखरेख के लिए प्रशिक्षित कार्यकर्ता या सहायिका की ड्यूटी लगाने कहा गया है।