रायपुर . राजधानी में पिछले तीन दिनों से कभी तेज तो कभी हल्की बारिश हो रही है। सोमवार को सुबह से शाम साढ़े पांच बजे तक 60 मिमी बारिश हुई। रविवार की रात से सोमवार शाम 5 बजे तक 133.0 मिमी हुई। 24 घंटे तक बारिश होने से राजधानी पानी-पानी हो गई। पॉश कॉलोनियों से लेकर निचली बस्तियों के घरों में घुटने तक पानी भरा रहा।
राजधानी में करीब 12 जगहों पर कच्चे मकानों की दीवारें ढह गई। कुछ जगहों पर तक नावें तक चली। बारिश से डूबी कॉलोनियों, सडक़ें और नालियों की निकासी व्यवस्था करने के लिए निगम का अमला भी मुस्तैद रहा। खुद महापौर प्रमोद दुबे, आयुक्त रजत बंसल से लेकर जोनों के जोनों के जोन कमिश्नरों और कार्यपालन अभियंता अपने-अपने अमले के साथ जलभराव वाले इलाके में पानी निकालते दिखे।
विधायक विश्राम गृह परिसर : विधायक विश्राम की सडक़ें जलमग्न हो गई थीं। यहां का नजारा तालाब जैसा था। रिंग रोड के किनारे बना नाला संकरा और बीच-बीच में जाम होने के कारण पानी की निकासी नहीं हो रही थी। जलभराव की सूचना मिलते ही जोन चार के जोन कमिश्नर आरके डोंगरे कार्यपालन अभियंता सुभाष चंद्राकर अमले के साथ पहुंचे और जेसीबी से नाले में बाधा बने नाले की बाउंड्रीवाल तुड़वाई। साथ ही बीच-बीच में जाम नाले के कचरे को अमले से निकलवाए, तब जाकर विधायक विश्राम गृह का जलभराव कम हुआ।