जल विहार कॉलोनी, राजातालाब, अवंती विहार समेत शहर के कई इलाकों में लोग रातभर जागकर घरों में घुसे पानी को उलीच कर बाहर निकालते रहे। यही नहीं, तेलीबांधा थाने के अंदर भी पानी घुस गया। लिहाजा ड्यूटी पर तैनात जवान रात भर पानी से जूझते रहे।
बारिश इतनी नहीं हुई थी कि घर और सडक़ें जलमग्न हो जाए। बरसाती पानी की निकासी के लिए निगम की जो व्यवस्था होनी चाहिए थी, वही चाक-चौबंद नहीं थी। निगम और जोनों के अधिकारियों ने सिर्फ खानापूर्ति के लिए बारिश पूर्व नालों की सफाई कराई थी।
मुम्बई में हर साल बारिश का यही हाल होता। जब सडक़े पानी से लबालब भर जाती हैं, घरों व मोहल्लों में पानी भर जाता है। एेसा ही नजारा इस वक्त रायपुर के कुछ इलाकों का है।
नगर निगम आयुक्त रजत बंसल ने कहा कि बारिश में आपदा प्रबंधन के लिए निगम अधिकारियों की कमेटी बनाई गई है। सभी की ड्यूटी चक्रानुसार लगाई गई है। इन सभी को कंट्रोल रूम के संपर्क में बारिश होते ही रहने को कहा गया है। रविवार को हुई बरसात से कुछ इलाके में पानी भरने की शिकायत मिली थी। जिसे ठीक करा लिया गया है।