उच्च जोखिम वाले प्रसव में अस्पतालों को नौ हजार रुपए रुपए मिलेंगे। सिजेरियन प्रसव के लिए 11 हजार 800 रुपए का पैकेज है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के निर्देश पर यह बदलाव किया गया है। अफसरों ने स्पष्ट किया है कि अनुबंधित निजी अस्पतालों को शासकीय अस्पतालों से रेफरल पर्ची लेने की बाध्यता भी नहीं होगी। इस बदलाव के बाद सामान्य स्थिति में अगर गर्भवती महिला निजी अस्पताल जाती है तो उसे नि:शुल्क इलाज का लाभ नहीं मिलेगा। सरकारी अस्पताल में एेसी महिला का प्रसव कैशलेस सुविधा से होगा। उच्च जोखिम वाले और सिजेरियन प्रसव सरकारी व निजी दोनों ही अस्पतालों में करवाए जा सकेंगे। एेसे मामले में निजी अस्पतालों में भी नि:शुल्क इलाज सुविधा का लाभ मिलेगा।
श्रेणी उच्च जोखिम वाले प्रसव में शामिल- डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. श्रीकांत राजिमवाले का कहना है, एेसी गर्भवती महिला जिनका बीपी बढ़ा हो, वजन और ऊंचाई कम हो, पहला बच्चा ऑपरेशन से हुआ हो और उसमें जटिलता रही हो। ऐसे गर्भवतियों को उच्च जोखिम की श्रेणी में रखा जाता है।