बुधवार को न्यू सर्किट हाउस में हुई कोरोना कोर कमेटी की बैठक में बुजुर्गों पर विशेष निगरानी रखे जाने का निर्णय लिया गया। इसके लिए स्वास्थ्य टीम इनकी जांच करेगी। लक्षण देखेगी। अगर सर्दी, जुखाम, खांसी या फिर अन्य लक्षण पाए गए तो उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती करवाया जाएगा।
क्यों हैं बुजुर्गों को खतरा-
टीबी एंड चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. गिरीश अग्रवाल का कहना है कि यह वायरस कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वालों को भारी नुकसान पहुंच सकता है। अगर कोई बीपी, सुगर, हार्ट या अन्य बीमारी से ग्रसित है और संक्रमित होता है तो तत्काल इलाज आवश्यक है। इस बीमारी में यह भी देखने में आया है कि यह फेफड़ों के अतिरिक्त हार्ट और नसों को भी प्रभावित करती है।
फरवरी में विदेश से आए लोगों की भी सैंपलिंग- अभी तक २९ फरवरी के बाद विदेश से आए लोगों के सैंपल लेने के निर्देश दिए गए। मगर, अब निर्देशित किया गया है कि १ फरवरी के बाद लौटे यात्रियों में अगर जरा भी लक्षण दिखाई देते हैं तो तत्काल कोरोना टेस्ट करवाएं।