वेद पुराणों में कुंभ का स्पष्ट उल्लेख है, जिसका ध्यान रखना चाहिए : स्वामी निश्चलानंद सरस्वती
देश में नकली शंकराचार्य की भरमार है। ऐसी कोई सरकार नहीं है, जो उन्हें दंड दे सके। वहीं, तीन अलग-अलग धर्म वाले अगर अपने आप को हिन्दू मानने लग जाए तो हिन्दू पूरे विश्व में दूसरी सबसे बड़ी जनसंख्या वाले हो जाएंगे। उक्त बातें गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने महेश्वरी भवन में आयोजित संगोष्ठी के दौरान पत्रकारों के सवालों के जवाब में कही। इस दौरान उन्होंने कई लोगों के द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए।
रायपुर
Published: February 18, 2022 04:48:26 pm
भाटापारा। देश में नकली शंकराचार्य की भरमार है। ऐसी कोई सरकार नहीं है, जो उन्हें दंड दे सके। वहीं, तीन अलग-अलग धर्म वाले अगर अपने आप को हिन्दू मानने लग जाए तो हिन्दू पूरे विश्व में दूसरी सबसे बड़ी जनसंख्या वाले हो जाएंगे। उक्त बातें गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने महेश्वरी भवन में आयोजित संगोष्ठी के दौरान पत्रकारों के सवालों के जवाब में कही। इस दौरान उन्होंने कई लोगों के द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि औरों के लिए जो असंभव हो जाता है और जिनके लिए वहीं कार्य संभव होता है तो वह अपना कार्य करते हैं और तभी इतिहास बनता है। उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र के लिए कार्य करना गौरव की बात है। सनातनी परंपरा का निर्वहन लोगों को जरूर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जैन, सिख और बौद्ध धर्म के अनुयायी अपने को भी हिन्दू मानने लगे तो हिन्दुओं की जनसंख्या पूरे विश्व में दूसरी सबसे बड़ी जनसंख्या वाले हो जाएंगे और हिंदुत्व राष्ट्र का रास्ता प्रशस्त हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि अंदर ही अंदर काफी कार्य हो रहे हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि गांधी को याद करो पर सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह को आगे करो। एक समय आएगा जब अपने आप सब कुछ साफ हो जाएगा। और जिसे जहां पहुंचना होगा वह पहुंच जाएगा। राजिम मेले को कुंभ का नाम दिए जाने पर उन्होंने लोगों से ही पूछा कि इसके पहले उसे किस नाम से जाना जाता था, तब लोगों ने बोला की राजिम मेले के नाम से जाना जाता था तो उन्होंने स्पष्ट किया कि वह मेला ही है। उन्होंने हंसते हुए कहा कि पर वहां कोई झमेला ना हो। शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने स्पष्ट किया कि वेद पुराणों में कुंभ का स्पष्ट उल्लेख है, जिसका ध्यान रखा जाना चाहिए।
इसके पूर्व बुधवार को श्री महेश्वरी मिल में विराट धर्म सभा को संबोधित करते हुए स्वामी ने उपस्थित लोगों से कहा कि हमें गर्व से कहना चाहिए कि हम हिंदू हैं। हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए हमें किसी की प्रतीक्षा ना करते हुए स्वयं को आगे करके कार्य करना चाहिए। शंकराचार्य को सुनने व उनके दर्शन लाभ के लिए बड़ी संख्या में लोग महेश्वरी मिल पहुंचे थे। गुरुवार को महेश्वरी भवन के सभागार में जैसे ही शंकराचार्य का पदार्पण हुआ, वैसे ही उपस्थित भक्तजनों ने जयकारे लगाए। लोगों ने अपनी अपनी बातें शंकराचार्य के समक्ष रखी, जिसका बेहद सादगी से उन्होंने लोगों के शंकाओं का समाधान किया और सवालों के जवाब दिए। इस अवसर पर पादुका पूजन का कार्यक्रम भी हुआ। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्तजन मौजूद थे। विशेष रूप से विधायक शिवरतन शर्मा, आचार्य झम्मन शास्त्री, वीरेंद्र शर्मा, अनिल चांडक, विजय शर्मा, शिवकुमार दम्मानी, नरेश चौबे, घनश्याम पुरोहित, आशीष पुरोहित, नरेश अग्रवाल, मोनूमल, दीपकमल सहित काफी संख्या में धर्मप्रेमीजन उपस्थित थे।

वेद पुराणों में कुंभ का स्पष्ट उल्लेख है, जिसका ध्यान रखना चाहिए : स्वामी निश्चलानंद सरस्वती
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