दो माह बाद होने वाला था सेवानिवृत्त
आरोपी फूलचंद धोबी मूलत: राम लीला मैदान सुल्तानपुर, उत्तरप्रदेश निवासी है। वह कुछ वर्ष पहले ही चरोदा केंद्रीय विद्यालय में एचएम के रूप में पदस्थ हुआ था। दो माह बाद वह सेवानिवृत्त होने वाला था।9 गवाहों का बयान दर्ज कराया
इ स प्रकरण में कुल 9 गवाहों का बयान दर्ज कराया गया। इनमें मासूम छात्रा के परिजनों के अलावा पहली बार इलाज करने वाले डॉक्टर से लेकर मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने वाले सरकारी अस्पताल के डॉक्टर शामिल थे। सभी गवाह पूर्व में दिए गए बयान पर कायम रहे।यह है मामला – 29 अक्टूबर 2016 की घटना
केंद्रीय विद्यालय में पहली कक्षा में पढऩे वाली मासूम छात्रा की मां ने 29 अक्टूबर 2016 को घटना की शिकायत थाने में की थी। मां ने महिला टीआई दया कुर्रे को बताया कि उसकी बेटी स्कूल से घर पहुंचने के बाद उल्टी कर रही थी। इलाज के लिए डॉक्टर के पास ले गई। पूछताछ के बाद जो बातेंं सामने आई, वह दिल दहाले देने वाली थी। मासूम का कहना था कि स्कूल का हेड मास्टर उसके साथ अप्राकिृतक कृत्य करता है। स्पोट्र्स पीरियड के समय जब सब बच्चे खेलते रहते हैं तब एचएम उसे बाथरूम में ले जाकर घिनौना कृत्य करता है।
हाईकोर्ट – जमानत याचिका कर दी थी रद्द
इ स मामले में एचएम के खिलाफ अप्राकृतिक कृत्य और पॉक्सो एक्ट की धारा के तहत एफआईआर कर 30 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसे न्यायालय में पेश कर जेल दाखिल कराया गया था। तब से वह जेल में ही है। जिला न्यायालय से जमानत आवेदन निरस्त होने पर आरोपी ने हाईकोर्ट में आवेदन प्रस्तुत किया था। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट ने भी जमानत आवेदन निरस्त कर दिया था। अब फैसला आया है।