वैश्विक महामारी कोविड- 19 के फैलते संक्रमण को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। किसी को भी जेल में मुलाकात नहीं करने दी जाएगी। रक्षाबंधन का त्यौहार भाई- बहन के प्रेम का प्रतीक है। हर साल इस दिन जेल में बंद कैदियों को उनकी बहने राखी बांधने जेल जाती हैं किंतु कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार जेल में मिलना बंद किया गया है।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बहनों और भाइयों के प्रेम को समझते हुए इसकी वैकल्पिक व्यवस्था के लिए एडीजी जेल को निर्देशित किया है। साहू ने कहा है कि जेलों में वीडियो कालिंग व फोन के माध्यम से बंदियों को उनकी बहनों से बात कराने की व्यवस्था की जाए जिससे बहनें अपने भाइयों से रक्षाबंधन के दिन बात कर सकें।
मंत्री ने कहा है कि यदि जेल प्रबंधन के पास पोस्टल डाक के द्वारा भेजी गई राखियां प्राप्त होती हैं तो उसे जेल के अंदर पहुंचा दिया जाए साथ ही इस त्यौहार से लोगों की जो भावना जुडी है उसे हम समझते हैं और उसका सम्मान भी करते हैं लेकिन न मिलने देने का फैसला भी जनता की सुरक्षा के मद्देनजर ही लिया गया है।