बैठक में गृहमंत्री ने अपराध पर अंकुश लगाने हर संभव कदम उठाने और शाम को सड़कों पर तैनात रहने की पुलिस के आला अधिकारियों को निर्देश दिए। इस दौरान गृहमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि पुलिसकर्मी दिन के समय थानों में लिखा पढ़ी का काम करें, लेकिन शाम और रात को जब भीड़ ज्यादा रहती है, इस दौरान सड़कों पर तैनात रहें। जिससे कानून व्यवस्था बनी रहे और अपराध पर अंकुश लगे। बैठक के बाद मंत्री ताम्रध्वज साहू (home minister ) ने छत्तीसगढ़ में बढ़ रहे अपराधों की समीक्षा के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि लॉकडाउन के बाद शहरों में अपराध बढ़ा है। मजदूरों की वापसी और ठेले-गुमटी वालों का रोजगार छिन गया है। गांव में हमने मनरेगा के तहत रोजगार दिया है, लेकिन शहरों में रोजगार की कमी के कारण अपराध बढ़ा हैं। मजदूर और छोटे कारोबारी रोजगार नहीं मिलने से आपराधिक प्रवृत्ति की तरफ बढ़ रहे हैं।
विभाग ने पुलिस कर्मियों की कमी को लेकर गृह मंत्री ने कहा कि, पुलिस विभाग में स्टाफ की कमी जरूर है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि इस वजह से अपराध बढ़ रहे हैं। बता दें कि पिछले कुछ दिनों में हत्या, चाकूबाजी सहित अन्य अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। जिसे लेकर गृहमंत्री ने चिंता जाहिर की है और अपराध पर लगाम कैसे लगाई जाए, इसे लेकर रणनीति बनाई गई है।