रायपुर. छत्तीसगढ़ में बीते एक सप्ताह से तापमान में हुई वृद्धि और गर्म हवाओं के थपेड़ों को देखते हुए सीएम भूपेश बघेल ने लोगों को गर्मी और लू से बचने की अपील की है। उन्होंने गर्मी और लू से बचाव के लिए प्रशासनिक स्तर पर सभी आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। सीएम के निर्देश पर राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा सभी कलेक्टरों को गर्मी तथा लू से बचाव के लिए जरूरी कदम उठाने के संबंध में पत्र जारी किया गया है।
1) कलेक्टरों को कहा गया है कि लू- तापघात से बचाव की तैयारी हेतु जिला स्तर पर नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया जाए। इसके साथ ही सभी प्रमुख विभागों को आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए गए हैं। नगरीय प्रशासन विभाग को पेयजल आपूर्ति करने के साथ ही एनजीओ, लायंस क्लब, रोटरी क्लबों द्वारा पीने के पानी की व्यवस्था में सहयोग लेने और शहरी क्षेत्रों में हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए प्रयास करने कहा गया है। स्वास्थ्य वभाग को सभी अस्पतालों में लू से बचाने के साथ ही लू से पीडि़तों के उपचार के निर्देश दिए गए हैं।
2) लू में सिर में भारीपन और दर्द, तेज बुखार के साथ मुंह का सूखना, चक्कर और उल्टी आना, शरीर का तापमान अधिक हो जाने के बाद भी पसीने का न आना, अधिक प्यास और पेशाब कम आने की समस्या होती है। तेज धूप और गर्मी में ज्यादा देर तक रहने के कारण शरीर में पानी और खनिज मुख्यतया नमक की कमी हो जाने से लू लगती है।
3) लू से बचाव के लिए जरूरी है कि बहुत अनिवार्य न हो तो घर से बाहर ना निकलें। धूप में निकलने से पहले सिर व कानों को कपड़े से अच्छी तरह से बांध लें। पानी अधिक मात्रा में पीएं। अधिक पसीना आने पर ओआरएस घोल पीएं। चक्कर और उल्टी आने पर छायेदार स्थान पर विश्राम करें। शीतल पेयजल अथवा जूस, लस्सी, मठा आदि का सेवन करें। लू लगने पर बुखार पीडि़त व्यक्ति के सर पर ठंडे पानी की पट्टी लगाएं। अधिक पानी व पेय पदार्थ पिलाएं। इसके साथ ही प्रारंभिक सलाह के लिए 104 आरोग्य सेवा केंद्र से नि:शुल्क परामर्श भी ले सकते हैं।
4)