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रायपुर

राजधानी में हर दूसरे दिन टूट रहे मकान-दुकान के ताले, बाहरी गिरोह पर नकेल नहीं लगा पा रही पुलिस

राजधानी में हर दूसरे दिन किसी न किसी मकान या दुकान का ताला टूट रहा है। चोर लाखों की चोरी करके आसानी से फरार हो जाते हैं। चोरी से पहले छोटे कामकाज के बहाने या फेरी लगाने वाला बनकर सूने मकानों की रेकी करते हैं। इसके बाद मौका देखकर चोरी करते हैं। साल भर में शहर के अलग-अलग इलाकों में 500 से ज्यादा ताला तोड़कर चोरी की घटना हुई है।

रायपुरJan 23, 2022 / 11:24 pm

narad yogi

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राजधानी में हर दूसरे दिन टूट रहा मकान-दुकान का ताला, बाहरी गिरोह पर नकेल नहीं लगा पा रही पुलिस

रायपुर
राजधानी में हर दूसरे दिन किसी न किसी मकान या दुकान का ताला टूट रहा है। चोर लाखों की चोरी करके आसानी से फरार हो जाते हैं। चोरी से पहले छोटे कामकाज के बहाने या फेरी लगाने वाला बनकर सूने मकानों की रेकी करते हैं। इसके बाद मौका देखकर चोरी करते हैं। साल भर में शहर के अलग-अलग इलाकों में 500 से ज्यादा ताला तोड़कर चोरी की घटना हुई है। इसमें मकान के अलावा छोटे दुकान और सराफा दुकान भी शामिल हैं। इनमें से आधे से ज्यादा मामलों का खुलासा पुलिस नहीं कर पाई है।
बढऩे लगी चोरियां
वर्ष 2021 में शहर में 514 चोरियां ऐसी हुई है, जिसमें ताला तोड़कर चोरों ने वारदात को अंजाम दिया है। वर्ष 2020 में कुल 481 अपराध दर्ज हुए थे और वर्ष 2019 में करीब 450 चोरियां हुई थीं। शहर में चोरी का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। ताला तोड़कर चोरी के अधिकांश मामलों में पुराने चोर शामिल रहते हैं या फिर दूसरे राज्य का गिरोह यह वारदात करता है।
बाहरी गिरोह पर नकेल नहीं
अधिकांश बड़ी चोरियां बाहरी गिरोह कर रहा है। सराफा, इलेक्ट्रानिक्स दुकानों के अलावा पॉश इलाके में होने वाली चोरियों के पीछे बाहरी चोर गिरोह का हाथ है। ये गिरोह केवल सोने-चांदी के जेवर और नगद राशि ही चुराते हैं। इसी तरह लोकल चोर गिरोह जेवर व नकदी के अलावा इलेक्ट्रानिक सामान व अन्य चीजें भी चुरा रहे हैं।
ऐसे करते हैं रेकी
-फेरीवाला बनकर कॉलोनी और गली-मोहल्लों में घुमते हैं।

-कामकाज के बहाने भी अलग-अलग कॉलोनियों में नजर रखते हैं।
-उन घरों को ढूंढते हैं, जिनके घर में रात में लाइट बंद रहती है।
-कई दिन तक पेपर गेट के बाहर पड़े रहने वाले मकानों की भी तलाश करते रहते हैं।
-होटल-लॉज में ठहरते हैं और प्रमुख बाजारों में ग्राहक बनकर घूमते हैं।

चर्चित चोरियां
-मंडी गेट के कृष्णा ज्वेलर्स में 15 लाख से अधिक की चोरी
-सदर बाजार के नगीना जेम्स में करोड़ों की चोरी
-गुढिय़ारी के नवकार ज्वेलर्स में चोरी

-पुरानी बस्ती के भाठागांव के कूरियर ऑफिस में चोरी
-आमानाका के शोरूम में चोरी

-कबीर नगर के तीन मकानों में चोरी
-धरसींवा के सराफा दुकान में चोरी
-सिविल लाइन के शांति नगर में लाखों की चोरी
सीसीटीवी फुटेज के बाद भी सफलता नहीं

पुलिस को कृष्णा ज्वेलर्स, नगीना जेम्स के अलावा कुरियर ऑफिस, वाहन शोरूम और कबीर नगर के मामले में चोरों के फुटेज मिले हैं। इन फुटेजों के बावजूद चोरों तक पुलिस नहीं पहुंच पा रही है। सभी मामलों में पुलिस की जांच केवल सीसीटीवी फुटेज तक ही सिमट कर रह गई है।

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