वर्ष 2021 में शहर में 514 चोरियां ऐसी हुई है, जिसमें ताला तोड़कर चोरों ने वारदात को अंजाम दिया है। वर्ष 2020 में कुल 481 अपराध दर्ज हुए थे और वर्ष 2019 में करीब 450 चोरियां हुई थीं। शहर में चोरी का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। ताला तोड़कर चोरी के अधिकांश मामलों में पुराने चोर शामिल रहते हैं या फिर दूसरे राज्य का गिरोह यह वारदात करता है।
अधिकांश बड़ी चोरियां बाहरी गिरोह कर रहा है। सराफा, इलेक्ट्रानिक्स दुकानों के अलावा पॉश इलाके में होने वाली चोरियों के पीछे बाहरी चोर गिरोह का हाथ है। ये गिरोह केवल सोने-चांदी के जेवर और नगद राशि ही चुराते हैं। इसी तरह लोकल चोर गिरोह जेवर व नकदी के अलावा इलेक्ट्रानिक सामान व अन्य चीजें भी चुरा रहे हैं।
-फेरीवाला बनकर कॉलोनी और गली-मोहल्लों में घुमते हैं। -कामकाज के बहाने भी अलग-अलग कॉलोनियों में नजर रखते हैं।
-उन घरों को ढूंढते हैं, जिनके घर में रात में लाइट बंद रहती है।
-होटल-लॉज में ठहरते हैं और प्रमुख बाजारों में ग्राहक बनकर घूमते हैं। चर्चित चोरियां
-मंडी गेट के कृष्णा ज्वेलर्स में 15 लाख से अधिक की चोरी
-गुढिय़ारी के नवकार ज्वेलर्स में चोरी -पुरानी बस्ती के भाठागांव के कूरियर ऑफिस में चोरी
-आमानाका के शोरूम में चोरी -कबीर नगर के तीन मकानों में चोरी
-धरसींवा के सराफा दुकान में चोरी
सीसीटीवी फुटेज के बाद भी सफलता नहीं पुलिस को कृष्णा ज्वेलर्स, नगीना जेम्स के अलावा कुरियर ऑफिस, वाहन शोरूम और कबीर नगर के मामले में चोरों के फुटेज मिले हैं। इन फुटेजों के बावजूद चोरों तक पुलिस नहीं पहुंच पा रही है। सभी मामलों में पुलिस की जांच केवल सीसीटीवी फुटेज तक ही सिमट कर रह गई है।