राजधानी के आसपास कुम्हारी, आरंग के पास रसनी और दुर्ग-राजनांदगांव बाइपास के टोलनाका पर दो-दो काउंटर खोलकर फास्टैग वाहन चालकों को दिया जा रहा था। जो सौ रुपए से लेकर एक हजार रुपए के थे। नेशनल हाइवे के क्षेत्रीय अधिकारियों ने बताया कि टोलनाका में पहले एक दिसंबर से फास्टैग लागू होना था, जिसकी तिथि 15 दिनों के लिए बढ़ा दी गई थी। इस दौरान अब तक केवल 35 फीसदी वाहनों में फास्टैग लगाने के लिए लोग आए। अब जिन वाहनों में फास्टैग नहीं, उनके आने के लिए एक और रास्ता होगा। सिक्सलेन वाले टोलनाका में टोल की पर्ची सिर्फ दो काउंटर पर ही दी जाएगी। बाकी चार काउंटर फास्टैग के लिए तय कर दिए गए हैं।
लेन जंप करने पर लगेगा दोगुना
क्षेत्रीय अधिकारी बीएल मीणा के अनुसार बिना फास्टैग वाहन एक काउंटर से दूसरे में जम्प करते हैं तो उनसे दोगुना टोल टैक्स अनिवार्य रूप से वसूला जाएगा। यह व्यवस्था सुबह से कड़ाइ्र के साथ लागू कर दी जाएग। ऐसे वाहनों के लिए जाने के लिए एक रास्ता होने से लंबी कतार भी लगानी पड़ सकती है, तब तक फास्टैग वाहनों में नहीं लगा लेते। जबकि फास्टैग लगे वाहनों के लिए चारलेन खुली कर दी गई है।