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मुझे बिना सिम्टम्स के कोरोना हुआ, इसे हल्के में न लें, बरतें सावधानी

locationरायपुरPublished: May 29, 2020 12:49:22 am

Submitted by:

Devendra sahu

8 दिन बाद एम्स से डिस्चार्ज होकर लौटी राजिम की छात्रा ने बताए अनुभव

मुझे बिना सिम्टम्स के कोरोना हुआ, इसे हल्के में न लें, बरतें सावधानी

मुझे बिना सिम्टम्स के कोरोना हुआ, इसे हल्के में न लें, बरतें सावधानी

रायपुर. कोरोना से जंग जीत चुकी हूं लेकिन परेशानियां कम नहीं हुई है। पापा और भाई घर में तालाबंदी में हैं और मम्मी अलग से क्वारेंटाइन हैं। मुझे कोई सिम्टम्स नहीं थे, बावजूद कोविड-19से इफेक्टेड हुई। लोगों से यही कहूंगी कि इसे हल्के में न लें और पूरे एहतियात के साथ रहें। सरकारी फरमान को फॉलो करें। बाहर निकलने से पहले मास्क जरूर पहनें। ये कहना है कोटा में पढ़ाई कर रही छात्रा जो हाल ही में एम्स से ठीक होकर राजिम लौटी है। प्रशासन ने उसे अभी गरियाबंद में क्वारंटाइन पर रखा है। पत्रिका से खास बातचीत में छात्रा ने कोटा से लौटने से लेकर इलाज के बाद वापसी तक की कहानी बयां की।
14 की बजाय 6 दिन रखा गया क्वारंटाइन में
27 अप्रैल को हम बस से कोटा से यहां के लिए रवाना हुए। मेरा सामान दूसरी बस मंे था। 29 अप्रैल को हम कवर्धा आए और लगेज वाली बस बेमेतरा चली गई। गल्र्स हॉस्टल में हमें ठहराया गया। यहां हम सिर्फ 6 दिन रहे। 5 मई को कवर्धा से राजिम लाया गया। यहां मुझे 14 दिन का होम क्वारंटाइन मिला। दो दिन बाद हॉस्पिटल में टेस्ट लिया गया था। इसके पहले भी बुलाए थे लेकिन सिम्टम्स नहीं होने के कारण लौटा दिए थे।15 मई को दोबारा टेस्ट लिया और 17 मई को रात 10 बजे एंबुलेंस घर आई। उसी वक्त मुझे एम्स ले जाया गया।

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