स्मार्ट स्टडी रखती है मायने
प्रसून ने बताया कि यूपीएससी अपने आप में एक बहुत बड़ा टेस्ट हैं। मैं बीटेक इंजीनियरिंग का स्टूडेंट हूं और आईआईटी खडग़पुर से 2016 में ग्रेजुएशन की है। एक साल तक मैंने प्राइवेट कंपनी में जॉब किया। प्रसून ने बताया कि सिविल सर्विसेज की परीक्षा में हार्ड स्टडी करनी होती है और मैंने भी पहली परीक्षा के लिए बहुत मेहनत की। मगर मेरा मानना है कि इस स्मार्ट स्टडी सबसे आम होती है। पढऩे मात्र से कुछ नहीं होता है जरूरी यह है कि आप जो पढ़ रहे हैं वह समझ में कितना आ रहा है।
असफलता से सीख लेते कामयाबी हासिल की
इंजीनियरिंग के माध्यम से हम देश के विकास में विशेष योगदान दे सकते हैं। यही सोचकर मैंने तय किया कि यूपीएससी के जरिए मैं अपने उद्देश्य में सफल हो पाऊंगा। 2018 में मेंस तक पहुंचने के बाद मैं परीक्षा में सफल नहीं हो पाया। उसके बाद अपनी असफलता से सीख लेते हुए मैंने इस बार कामयाबी हासिल की।