विभाग के अधिकारिक सुत्रों ने बताया कि कंट्रोल रूम माओवाद प्रभावित क्षेत्र में 24 घंटे नजर रखी जाएगी। वहां की सुचनाओं का अध्ययन कर इसकी रिपोर्ट तुरंत संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षक और नक्सल ऑपरेशन से जुड़े अफसरों तक पहुंचाएंगे। इस पहल का उद्देश्य माओवादियों के किसी भी तरह की योजनाओं को नाकाम करना और चुनाव के दौरान होने वाली सभा रैली और विशिष्ठ लोगों को सुरक्षित रखना है। बताया जाता है कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने आगामी चुनाव के दौरान माओवादियों द्वारा बड़े तादात में विध्वंस मचाने के इनपुट मिले है। इसे देखते हुए केन्द्रीय कंट्रोल रूम का निर्माण करने की सिफारिश एमएचए द्वारा की गई थी। इसे देखते हुए रायपुर के पुलिस मुख्यालय स्थित इंटेलिजेंस ब्यूरो कार्यालय में केन्द्रीय कंट्रोल रूम बनाया गया है।
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गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने कहा कि खुफिया विभाग को मजबूत करने की दिशा में काम किया जा रहा है। इसकी सूचनओं को गोपनीय रखने और तुरंत भेजे जाने के लिए कदम उठाए गए हैं।