ऐसे आरोपों पर भड़के प्रदेश के पंचायत, ग्रामीण विकास और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (TS Singhdeo) ने विपक्ष को सीधी चुनौती दी है। सिंहदेव ने कहा, अगली फसल से पहले सरकार अंतर की राशि नहीं दे पाई तो वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा, अगर सरकार ने राशि का भुगतान कर दिया तो विपक्ष के जिम्मेदार नेताओं को भी पद छोड़ना होगा।
दरअसल मंगलवार को मंत्री टीएस सिंहदेव और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक एक निजी समाचार चैनल की चर्चा में आमने-सामने थे। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने अंतर की राशि एक साथ न दिए जाने को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने तमाम तर्कों के साथ यह साबित करने की कोशिश की कि सरकार किसानों को अंतर की राशि की दूसरी किस्त नहीं दे पाएगी।
जवाब में मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि राज्य सरकार जो फैसला करती है जो वायदे करती है उसे पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है और वायदे पूरे भी किए जा रहे हैं। टीएस सिंहदेव ने कहा, हम जो वायदे करते हैं पूरे करते हैं, भूपेश सरकार इसके लिए संकल्पित है। कैबिनेट का फैसला है कि अगली फसल की पहले अंतर की राशि की दूसरी किस्त दे दी जाएगी। आप लोग भ्रम फैला रहे हैं। चलिए मैं चुनौती देता हूं, हम अंतर की राशि की दूसरी किस्त न दे पाए तो मैं इस्तीफा दे दूंगा, लेकिन अगर हमने दे दिया तो आप भी इस्तीफा देंगे न।
अब इस बयान को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार की दगाबाजी, वादाखिलाफी और सियासी नौटंकियों का तो एक न एक दिन यही हश्र होना था। भाजपा लगातार जिन मुद्दों पर प्रदेश सरकार की आलोचना कर रही है, सिंहदेव के इस्तीफे की पेशकश से उस पर मुहर लग रही है।
रमन सिंह ने कहा, किसानों के धान समर्थन मूल्य की शेष अंतर राशि के अब अगली फसल से पहले पूरे भुगतान की बात को लेकर प्रदेश सरकार में दूसरे नंबर की हैसियत रखने वाले मंत्री सिंहदेव की यह पेशकश प्रदेश सरकार के राजनीतिक चरित्र के ताबूत की पहली और आखिरी कील साबित होगी।