रायपुरPublished: Dec 04, 2022 09:31:37 pm
CG Desk
- किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है बीमारी, समय पर इलाज नहीं मिल पाने से दृष्टिहीनता तक का खतरा बढ़ गया है। अंधत्व निवारण कार्यक्रम के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया कि ग्लूकोमा के कारण आंखों की रोशनी चले जाने के बाद दोबारा नहीं लौटती है।
रायपुर। रात में भरपूर नींद नहीं लेने और दिन में नींद आने से सो नहीं पाने से आंखों पर बुरा असर पड़ रहा है। लंबे समय तक आंखों में तनाव होने की इस समस्या से ग्लूकोमा (काला मोतियाबिंद) होने का जोखिम बढ़ गया है। समय पर इलाज नहीं मिल पाने से दृष्टिहीनता तक का खतरा बढ़ गया है। अंधत्व निवारण कार्यक्रम के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया कि ग्लूकोमा के कारण आंखों की रोशनी चले जाने के बाद दोबारा नहीं लौटती है।