परीक्षा के लिए पहले कराना होगा पंजीयन
विवि प्रशासन स्थापना के बाद से ही रविवि का अनुशरण कर रहा है, लेकिन इस बार अचानक व्यवस्था बदल दी है। विवि प्रशासन ने कहा है कि प्रायोगिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण रहने वाले विद्यार्थियों को अन्य महाविद्यालय में उक्त विषय की प्रायोगिक परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। परीक्षार्थी इस बात का विशेष ध्यान रखें कि प्रयोगिक परीक्षा में अनुपस्थित नहीं हों। इसके विपरीत रविवि ने अपनी सूचना में विद्यार्थियों के लिए ऐसी स्थिति में अलग से व्यवस्था कराए जाने का जिक्र किया है। इसके अलावा पीजी परीक्षाओं में मनोविज्ञान एवं भूगोल विषय का चयन करने वाले स्वाध्यायी विद्यार्थियों को पहले प्रायोगिक परीक्षा के लिए पंजीयन कराना होगा, इसके बाद ही परीक्षा का ऑनलाइन आवेदन भर सकेंगे।
ऑनलाइन फार्म लेने की प्रक्रिया शुरू हो गई है
प्राइवेट परीक्षा के लिए ऑनलाइन फार्म लेने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 28 जनवरी अंतिम तिथि है। देरी होने पर लेट फीस देने पड़ेंगे। त्रुटि होने पर भी विद्यार्थियों को सुधार के लिए विवि को फीस चुकाने पड़ेंगे।
डॉ. आरएन सिंह, प्राचार्य शासकीय दिग्विजय कॉलेज