64 लाख से अधिक ने मांगी मदद डॉयल 112 में अब तक कुल 64 लाख 80 हजार 158 लोगों ने कॉल करके विभिन्न तरह की मदद मांगी है। इसमें पुलिस से जुड़े कॉल 10 लाख 23 हजार 321, फायर संबंधी 15 हजार 938 और मेडिकल संबंधी 4 लाख 10 हजार 805 शामिल, महिला और बच्चों को सहायता के लिए 94 हजार 690, सड़क दुर्घटना के लिए 1 लाख 36 हजार 789, किसानों की 5 हजार 168, महिलाओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के मामले 634, आत्महत्या रोकने मदद 12 हजार 737, गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने के 31 हजार 585, ईआरवी वाहन में शिशुओं का जन्म 74 और कोरोना संबंधी मामलों में सहायता पहुंचाने के 19 हजार 813 मामले शामिल हैं।
दो साल पहले शुरू हुई थी योजना लोगों को एक ही नंबर में सभी इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 4 सितंबर 2018 को रायपुर में डॉयल 112 की सेवा शुरू की गई थी। इसके बाद 11 जिलों में इसकी सेवाएं शुरू की गई हैं। अन्य जिलों में भी यह योजना शुरू करने की तैयारी है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले लोगों को आगजनी, एंबुलेंस और पुलिस की मदद के लिए अलग-अलग नंबरों पर कॉल करना पड़ता था। बाद में सभी इमरजेंसी सेवाओं के लिए एक ही नंबर डॉयल 112 शुरू की गई है। रायपुर शहर में ही डॉयल 112 के 52 पाइंट हैं, जहां दिनरात ईआरवी वाहन खड़ी रहती है।