केवल यह कार्रवाई चौक-चौराहों में चेकिंग में भी उतनी सख्ती नजर नहीं आ रही है। पुलिस केवल बिना मास्क और बिना कारण निकलने पर महामारी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर रही है। लेकिन इन धाराओं में गिरफ्तारी और जेल भेजने की कार्रवाई न के बराबर है। अपराध दर्ज करके छोड़ दिया जा रहा है।[typography_font:14pt;” >नारद योगी/अभिषेक राय @ रायपुर. कोरोना संक्रमण के बढ़ते ग्राफ को रोकने के लिए प्रशासन ने लॉकडाउन लगाया है, लेकिन सड़कों पर रोज चहल-पहल नजर आती है। लोग आम दिनों की तरह बाहर घूम-फिर रहे हैं। इसकी बड़ी वजह है कि लॉकडाउन लागू होने के बाद से बेवजह बाहर घूमने वालों की अब तक एक भी मोटरसाइकिल पुलिस ने जब्त नहीं किया है। केवल एक-दो घंटे के लिए रोककर उन्हें छोड़ दिया गया है।इससे लोग और लापरवाह होते चले गए। प्रशासन ने लॉकडाउन की घोषणा करते समय सख्त कार्रवाई का दावा किया था, लेकिन अब सारे दावे फेल होते नजर आ रहे हैं। व्यापारी संगठनों के अनुसार, लॉकडाउन के कारण रोजाना रायपुर को लगभग 200 करोड़ के व्यापार का नुकसान उठाना पड़ रहा है। यही नहीं, व्यापारिक संस्थाओं में काम करने वालों का भी गुजारा करना मुश्किल हो गया है। इसके बावजूद लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं।पकड़ा और छोड़ दियालॉकडाउन के शुरुआत से लेकर अब तक पुलिस ने करीब 200 दोपहिया चालकों को पकड़ा, जो बिना वजह के सड़कों पर घूमते नजर आए। पुलिस ने वाहनों को एक-दो घंटा या कहीं पर 5 घंटे तक अपने कब्जे में रखा। इसके बाद मोटर व्हीकल एक्ट के तहत फाइन काट कर छोड़ दिया।