ट्रेनों से स्पेशल का टैग हटाने का सिस्टम तीन दिन पहले शनिवार से शुरू हुआ था। रिजर्वेशन सिस्टम अपडेट के साथ ही ट्रेनों के कोचों में वही नंबर लिखे जा रहे हैं। रेलवे के मुख्य टिकट आरक्षण केंद्र के अनुसार स्पेशल ट्रेनों में अलग-अलग स्पेशल का चार्ज तय था। किसी में 50 तो किसी में 100 से 150 रुपए तक था। कोरोना से पहले वाली किराया सूची सिस्टम में जैसे-जैसे अपडेट होती जा रही तो इतना किराया कम हो रहा है। रायपुर जंक्शन से 90 मेल, एक्सप्रेस ट्रेनें स्पेशल के रूप में चल रही हैं। इनमें से कई ट्रेनों से स्पेशल का टैग हटने का काम अभी पूरा नहीं हुआ।
अभी कई ट्रेनों से नहीं हटा स्पेशल टैग
एेसी ट्रेनों में गोंडवाना एक्सप्रेस, तिरुपति-बिलासपुर, बेंगलुरु-कोरबा, बालाजी एक्सप्रेस, विशाखापट्टनम से कोरबा, हावड़ा-अहमदाबाद और हम सफर और अंत्योदय जम्मूतवी सहित कई ट्रेनों के नंबर अभी अपडेट नहीं हुए हैं। इसलिए स्पेशल के चार्ज के साथ टिकट बन रहा है। सारनाथ, साउथ बिहार, नवतनवा, छत्तीसगढ़, राजधानी सहित कई ट्रेनों के टिकट पहले जैसा बनने लगा है।
रिजर्वेशन काउंटर पर सर्वर ठप का असर नहीं
रेलवे बोर्ड रिजर्वेशन सॉफ्टवेयर को अपडेट करने जा रहा है। इस वजह अगले एक सप्ताह तक 20 -21 नवंबर तक रात 10.30 बजे से सुबह 5.30 बजे तक सर्वर ठप रहेगा। परंतु इसका प्रभाव रेलवे के टिकट रिजर्वेशन काउंटरों पर नहीं पड़ेगा। क्योंकि सभी आरक्षण केंद्रों में रात ८ बजे तक और एक काउंटर रात 10 बजे तक ही खुलता है।
रात की इन ट्रेनों का करंट टिकट मिलना बंद
रायपुर स्टेशन से होकर रात 10.30 बजे के बाद चार ट्रेनें गोंदिया-बरौनी, शिवनाथ एक्सप्रेस, गीतांजलि और अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस चलती हैं। स्टेशन के मुख्य गेट के पास जनरल टिकट के एक काउंटर में इन ट्रेनों का करंट टिकट जारी किया जाता है। रात में सर्वर ठप रहने के कारण इन ट्रेनों का करंट टिकट यात्रियों को मिलना बंद हो गया। सर्वर ठप की वजह से ई-टिकट पूरी तरह से रात में बंद रहेगा।
– राकेश सिंह, स्टेशन डायरेक्टर, रायपुर