scriptखुफिया विभाग की टीम प्रदेशभर के बाजारों में तैनात | Intelligence department team deployed in markets across the state | Patrika News

खुफिया विभाग की टीम प्रदेशभर के बाजारों में तैनात

locationरायपुरPublished: Oct 20, 2019 08:48:39 pm

Submitted by:

Dhal Singh

त्योहारी सीजन में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए भीड़-भाड़ वाले इलाकों सहित बाजारों में खुफिया विभाग के जवान तैनात किए गए हैं। सभी जिलों में सुरक्षा कड़ी करते हुए ये टीम गोपनीय रूप से स्थिति पर नजर रख रही है।

खुफिया विभाग की टीम प्रदेशभर के बाजारों में तैनात

खुफिया विभाग की टीम प्रदेशभर के बाजारों में तैनात

रायपुर. खुफिया विभाग की टीम त्योहार के दौरान संदेहियों पर निगाह रखने बाजार में तैनात रहेगी। उन्हें सभी जिलों में गोपनीय रूप से स्थिति पर नजर रखने के लिए कहा गया है। किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए उन्हे जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह सादी वर्दी में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे। साथ ही किसी भी तरह की वारदात को रोकने के लिए जवानों की मदद करेंगे। साथ ही अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए राज्य पुलिस की मदद करेगा। बताया जाता है कि राज्य पुलिस मुख्यालय ने त्योहारों के दौरान पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध के निर्देश दिए गए है। ताकि किसी भी तरह का अपराध घटित होने के पहले ही आरोपियों को पकडा़ जा सके। साथ ही बाजारों में पुलिसिंग व्यवस्था में सुधार भी देखने को मिलें। बता दें कि पिछले दो महीनों में लगातार हत्या, चोरी, लूट और गोली चलने की घटनाओं के बाद पुलिस महकमा बैकफुट पर आ गया था। इसे लेकर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने विभागीय अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरू स्त करने के निर्देश दिए थे।

नकली नोट खपाने वाले गिरोह सक्रिय
पिछले चार महीनों में लगातार नकली नोट पकड़े जाने के बाद से राज्य पुलिस के अमले को अलर्ट रहने कहा गया है। हालांकि सरगुजा, महासमुंद और बलौदा-बाजार के गिधौरी में नकली नोट बनाने और उसे खपाने वाले पकड़े गए थे। लेकिन, विभागीय अधिकारियों को आशंका है कि इस गिरोह के कुछ लोग अब भी सक्रिय है। इसे त्यौहारी सीजन के दौरान बाजार में खपाया जा सकता है। डीजीपी डी.एम. अवस्थी, ने बताया, त्योहारी सीजन में भीड़ को देखते हुए बाजारों में बाजारों में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था रहेगी। इसके लिए सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को इंतजाम करने के निर्देश दिए गए है।
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इसलिए पड़ी जरूरत
1. राजधानी में चल रही गोलियां
मामूली विवाद को लेकर पूर्व हिस्ट्रीशीटर ने रायपुरा चौक में पिता-पुत्र को गोली मारी थी। इसी तरह कार खड़े करने को लेकर शंकरनगर में सेवानिवृत कर्नल ने पडो़सी की कार में गोलियां बरसाई थी। वहीं कर्ज से परेशान होकर पचपेड़ी नाका निवासी एक सीए ने अपने दोस्त की पिस्टल से आत्महत्या कर ली थी। पिछले दो महीनों में हुए घटनाक्रम को देखते हुए राज्य पुलिस चौकसी बरत रही है।
2. माओवादियों ने किया अपहरण
माओवादियों ने पीएमजीएसवाय के सब इंजीनियर सहित उसके दो अन्य साथियों का अपहरण कर लिया था। उन्हे पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों और मददगारों की जरिए किसी तरह रिहा करवाया। वहीं सुकमा के एक ग्रामीण को मुखबिर बताकर हत्या और एक यात्री बस में आगजनी की घटना हुई थी। राज्य पुलिस के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि माओवादी अक्सर दीपावली त्योहारों के दौरान पटाखों की आड़ लेकर वारदात को अंजाम देते हैं।
3. कट्टे की नोक पर लूट
बेमेतरा में कट्टे की नोक 4 आरोपियों ने सुरक्षा गॉर्ड के साथ मारपीट कर 1 करोड़ 64 लाख रुपए के लूट की घटना को अंजाम दिया था। हालांकि ग्रामीणों की मदद से सभी आरोपी पकड़े गए थे। लेकिन, अब भी पूरी रकम बरामद नहीं हो पाई है। पुलिस सिकी तलाश कर रही है। तलाशी में आरपियों के पास से कट्टा, जिंदा कारतूस और लूटी हुई होंडा सिटी कार को बरामद किया गया था।

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