खत्म हो जाते हैं न्यूट्रिशन
शकरकंद के चिप्स या पावडर बनाकर स्टोर करने पर इसका न्यूट्रिएशन खत्म हो जाता है। इसका अवलेह बनाकर पोषकता संरक्षित की जा सकती है। च्यवनप्राश के रूप में इस अवलेह का एक चम्मच खिलाने से बच्चों की विटामिन व आयरन की जरूरत पूरी की जा सकती है। छत्तीसगढ़ में आलू उत्पादन की व्यापक संभावनाएं हैं।
जरूरत से ज्यादा उत्पादन
राज्य में 45 हजार हेक्टेयर में आलू का उत्पादन किया जा रहा है जिसकी आवश्यक उत्पादकता 15 टन प्रति हेक्टेयर से अधिक है। छत्तीसगढ़ के नदियों एवं तालाबों के आस-पास की कछारी मिट्टी तथा मटासी मिट्टी आलू उत्पादन के लिए उपयुक्त है। इसी प्रकार सरगुजा संभाग की अधिकतर मिट्टीयों में आलू का उत्पादन सफलतापूर्वक किया जा सकता है।