नमक-पानी के गरारे
गले में खराश और गीली खांसी के इलाज के लिए यह सरल उपाय सबसे प्रभावी है। नमक का पानी गले के पिछले हिस्से में कफ और बलगम को कम करता है जिससे खांसी ठीक हो सकती है। एक कप गर्म पानी में आधा छोटा चम्मच नमक तब तक मिलाएं जब तक वह घुल न जाए। गरारे करने के लिए इस्तेमाल करने से पहले घोल को थोड़ा ठंडा होने दें।
मिश्रण को थूकने से पहले कुछ क्षण के लिए गले के पिछले हिस्से पर लगा रहने दें। खांसी ठीक होने तक दिन में कई बार नमक के पानी से गरारे करें।
छोटे बच्चों को नमक का पानी देने से बचें क्योंकि वे ठीक से गरारे करने में सक्षम नहीं होते हैं और नमक का पानी निगलना खतरनाक हो सकता है।
अजवायन के फूल
अजवायन के खाने में और उपचार दोनों उपयोग हैं और यह खांसी, गले में खराश, ब्रोंकाइटिस और पाचन संबंधी समस्याओं के लिए एक सामान्य उपाय है। एक अध्ययन में पाया गया कि अजवायन के फूल और आईवी के पत्तों से युक्त कफ सीरप तीव्र ब्रोंकाइटिस वाले लोगों में प्रभावी ढंग से और अधिक तेजी से खांसी से राहत देता है।
अदरक
अदरक सूखी खांसी या दमा की खांसी को कम कर सकता है, क्योंकि इसमें एंटी- इन्फ्लैमेटरी गुण होते हैं। यह दर्द से भी छुटकारा दिला सकता है। एक अध्ययन से पता चलता है कि अदरक में कुछ ऐसे एंटी- इन्फ्लैमेटरी गुण है जो गले को आराम दे सकते हैं, जिससे खांसी कम हो जाती है। शोधकर्ताओं ने मुख्य रूप से मानव टिशू और जानवरों पर अदरक के प्रभावों का अध्ययन किया है।
इसे बनाने के लिए एक कप गर्म पानी में 20-40 ग्राम ताजा अदरक के स्लाइस डालकर उबाल लें और अदरक की चाय बनाएं। पीने से पहले कुछ मिनट के लिए इसे छोड़ दें। स्वाद में सुधार के लिए शहद या नींबू का रस मिलाएं और खांसी को शांत करें। ध्यान रखें कि कुछ मामलों में अदरक की चाय पेट खराब या सीने में जलन पैदा कर सकती है।
हल्दी का दूध
लगभग सभी भारतीय रसोई में पाया जाने वाला एक आवश्यक चीज है हल्दी। हल्दी में एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट होता है जो कई स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में मदद करता है। गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीना, सर्दी और खांसी से लडऩे का एक लोकप्रिय और प्रभावी तरीका है। सोने से पहले एक गिलास गर्म हल्दी वाला दूध पीने से सर्दी और खांसी से जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है।
सर्दी-जुकाम से बचने के कुछ एहतियाती उपाय
सर्दी से पीडि़त होने पर आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। कुछ तरह की चीजें खाने से स्थिति बढ़ सकती है और लक्षण बिगड़ सकते हैं। जैसे
कैफीन से दूर रहें
मसालेदार और तले हुए खाद्य पदार्थ न खाएं
अपने तरल पदार्थ का सेवन बढ़ाएं
भाप लें
आराम करें
तो यदि आपको अगली बार सर्दी-जुकाम होता है तो बिना देर किए इन उपचारों को अपनाएं और तुरंत अपनी परेशानियों से राहत पाएं।