बूढ़ादेव मंदिर परिसर में घुसा हाथी, बाल-बाल बचे वनकर्मी
रायपुरPublished: Jan 27, 2023 04:53:29 pm
छुरा मुख्य मार्ग पर जमाही घटारानी मोड़ के समीप स्थित बूढ़ादेव मंदिर परिसर में मंगलवार की रात 11 बजे हाथी घुस गया। हाथी वेलकम लिखा हुआ टाइल्स के पास खड़ा हो गया। इससे कुछ क्षण पहले ही रात्रिकालीन ड्यूटी पर तैनात वन विभाग के कर्मचारी पेट्रोलिंग कर मंदिर पहुंचे थे। मंदिर पर खड़े दो वाहनों को हाथी ने हिलाया, जिससे अंदर बैठे कर्मियों की जान आफत में आ गई थी।


बूढ़ादेव मंदिर परिसर में घुसा हाथी, बाल-बाल बचे वनकर्मी
छुईहा बेलर। छुरा मुख्य मार्ग पर जमाही घटारानी मोड़ के समीप स्थित बूढ़ादेव मंदिर परिसर में मंगलवार की रात 11 बजे हाथी घुस गया। हाथी वेलकम लिखा हुआ टाइल्स के पास खड़ा हो गया। इससे कुछ क्षण पहले ही रात्रिकालीन ड्यूटी पर तैनात वन विभाग के कर्मचारी पेट्रोलिंग कर मंदिर पहुंचे थे। मंदिर पर खड़े दो वाहनों को हाथी ने हिलाया, जिससे अंदर बैठे कर्मियों की जान आफत में आ गई थी।
ज्ञात हो कि इस अंचल में हाथी का विचरण होने से वन विभाग के कर्मी मंदिर परिसर में खाना बनाते हैं और विश्राम करते हैं। कर्मी खाना खाकर परिसर में बैठै थे। तीन-चार गजवाहन वहीं पर थे। जिसमें भी कर्मीे बैठे थे। कुछ कर्मी सर्चिंग जिप्सी गाड़ी में बैठे थे। गजराज ने मुख्य दरवाजा को खोलकर प्रवेश किया। इस पर एक कर्मी की नजर नजर पड़ी तो आनन- फानन में मंदिर के गर्भगृह में चले गए। वहीं, वाहन में बैठै कर्मचारी को उतरने का मौका नहीं मिला। इतने में हाथी बिल्कुल समीप आ गया। कर्मचारी ने 10 फीट दूर गर्भगृह से तस्वीर ली है। उधर, दोनों वाहन में बैठे सुरक्षाकर्मियों की जान आफत में आ गई। हाथी दोनों वाहन को दो-दो बार हिलाया। इसके बाद हाथी उसी दरवाजा से बाहर निकल गया। गेट पर दो नंदी की मूर्ति है, जिस पर हाथी ने सूंड फेरा। हाथी के जाने के बाद वनकर्मियों ने राहत की सांस ली।
गरियाबंद जिला परिक्षेत्र फिंगेश्वर बिट छुईहा में 22 जनवरी से दंतैल हाथी कक्ष क्रमांक 52 बांस प्लांट ग्राम जमाही में तीन दिन से विचरण कर रहा था। वन विभाग के सुरक्षा गार्ड, हाथी मित्र सतत निगरानी कर रहे। सुरक्षा की दृष्टि से ग्राम जमाही, छुुईहा, बाहनाकाड़ी, फुलझर, खदराही, मुरमुरा, सांकरा, तैरेगा, कुम्हारमरा के निवासियों को रात में घर से बाहर नहीं निकलने और सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। वहीं, छुईहा, जमाही-जुनवानी मार्ग पर फिलहाल रात में आने-जाने में हाथियों का खतरा है। गजराज दिन को बांस प्लांट में गुजारता है। रात को कभी भी गांव में प्रवेश कर रहा है। विगत तीन दिनों से जमाही के रिहायशी इलाका मेें पहुंच रहा है। वन विभाग के कर्मचारी दिन-रात नजर जमाए हुए हैं। जिसके चलते कोई अनहोनी घटना नहीं हो रही है। हाथी निगरानी व मानव सुुरक्षा में गजवाहन चालक तासनंद यादव, नरोत्तम लाल साहू, आशीष, द्वारिका, नीतिश, टोमन, प्रदीप यादव, नितिन साहू, मुकेश सिन्हा, होरीलाल साहू, बलराम ध्रुव तैनात हैं।