तेलीबांधा पुलिस के अनुसार रात 1 बजे थाना में महिला ने कॉल किया। कॉलर ने अपने आप को जज बताया और सिविल लाइन थानाक्षेत्र स्थित फ्लावर वैली कॉलोनी पहुंचने की बात कही। महिला जज के कहने पर तेलीबांधा थाना से पुलिस पहुंची तो पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में जज ने एनटीपीसी गेस्ट हाउस के रूम की डोरबेल बजाई। डोरबेल बजाने पर अंदर मौजूद जज के पति ने गेट खोला। अपने पति को सामने देख पेशे से एसडीएम अंदर जाने के लिए उसे मना करने लगा। महिला जज उसे धक्का देकर अंदर गई तो उसकी प्रेमिका को कमरे देखा ।
यह देखकर जज ने अपने पति को पीटा और फिर प्रेमिका की भी पुलिसकर्मियों के सामने ही बाल पकडकऱ पिटाई करने लगी। हाईप्रोफाइल मामला होने से पुलिस अधिकारी मूकदर्शक बनकर खड़े रहे और जज से मारपीट ना करने की बात कहते रहे। विवाद का सिलसिला दो घंटे तक चला । घटना के दौरान एसडीएम ने अपनी पत्नी से माफी मांग ली,तो पुलिस अधिकारियों ने आपसी रजामंदी से मामला साल्व करने का हवाला देते हुआ अपना पल्ला झाड़ लिया।
महिला डिप्टी कलेक्टर थी एसडीएम की प्रेमिका
पुलिस अधिकारियों के अनुसार गेस्ट हाउस के कमरे में एसडीएम जिस महिला मित्र के साथ मौजूद था, वह महिला डिप्टी कलेक्टर के पद पर प्रदेश के एक जिले में पदस्थ है। एसडीएम और डिप्टी कलेक्टर का अफेयर लंबे समय से था और इस बात का शक जज को भी था। देर रात पति रायपुर में अपनी महिला मित्र के साथ दिखा, यह सूचना जज के परिचितों ने उसे दी थी। जज ने पति के साथ काम करने वाले लोगों से उसकी जानकारी ली और फिर एनटीपीसी के गेस्ट हाउस में धावा बोल दिया।
सिविल लाइन सीएसपी त्रिलोक बंसल का कहना है – सोमवार की रात को तेलीबांधा थाना में महिला ने कॉल कर फ्लावर वैली कॉलोनी बुलाया था। कॉलर के फोन पर पुलिस पहुंची तो पता चला कॉलर खुद जज थी, जो अपने पति को उसकी प्रेमिका के साथ गेस्ट हाउस में रंगे हाथ पकड़ी थी। घटना की शिकायत नहीं आई, इसलिए कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।