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Chaturmas Pravachan : प्रवीण ऋषि ने कहा, रिश्तों में अपनी भावना का ख्याल रख बदल सकते हैं कर्म और धर्म

locationरायपुरPublished: Sep 02, 2023 11:12:31 am

Submitted by:

Kanakdurga jha

Chaturmas Pravachan : रिश्ते पुण्य कर्मों और पाप को भी समाप्त कर सकते हैं। रिश्ते कर्म और धर्म को बदल कर रख सकते हैं।

Chaturmas Pravachan : प्रवीण ऋषि ने कहा, रिश्तों में अपनी भावना का ख्याल रख बदल सकते हैं कर्म और धर्म
Chaturmas Pravachan : प्रवीण ऋषि ने कहा, रिश्तों में अपनी भावना का ख्याल रख बदल सकते हैं कर्म और धर्म
Chaturmas Pravachan : रिश्ते पुण्य कर्मों और पाप को भी समाप्त कर सकते हैं। रिश्ते कर्म और धर्म को बदल कर रख सकते हैं। रिश्तों में आप यह नहीं जान पाते कि सामने वाला आपके प्रति क्या भावना रखता है, लेकिन आप अपनी भावना का ख्याल रख सकते हैं। उक्त बातें उपाध्याय प्रवर प्रवीण ऋषि ने लालगंगा पटवा भवन में चल रही महावीर गाथा के 54वें दिन कहीं। संत ने कहा कि कर्म को लेकर एक प्रचलित धारणा है कि कर्म भोगे बिना मोक्ष नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि अगर पुराने पाप धोये जा सकते हैं तो भोगने की आवश्यकता क्यों? मिथ्या दृष्टि वाले को कर्म भोगना ही पड़ता है।
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