संसदीय सचिव ने पत्र में लोक निर्माण विभाग पर अपनी भड़ास निकाली और कहा कि दो साल पहले सीएसआर मद से दीपका, जवाली, चाकाबुडा में सड़क निर्माण के लिए कोरबा कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी को 52 करोड़ आवंटित किए थे। लेकिन लोक निर्माण विभाग कोरबा के अधिकारियों ने दीपका, जवाली, चाकाबुडा में सड़क निर्माण के लिए टेंडर 6 बार निरस्त कर दिया।
उन्होंने पत्र में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि कमीशनखोरी के चलते चहेते ठेकेदारों को टेंडर देने के लिए बार-बार टेंडर निरस्त किया जा रहा है। संसदीय सचिव देवांगन ने कहा कि दीपका, जवाली, चाकाबुडा में सड़क निर्माण जल्द से जल्द होना चाहिए। लेकिन विभाग के अफसर कमीशनखोरी के लालच में टेंडर को बार-बार निरस्त कर रहे हैं। जिससे सड़क निर्माण नहीं हो पा रहा है।
देवांगन ने दीपका, जवाली, चाकाबुडा में सड़क निर्माण के लिए बार-बार निरस्त हो रहे टेंडर को लेकर सीएम रमन सिंह से जांच की मांग की है। बतादें यह पहला मौका नहीं है जब विधायक लखन देवांगन ने भ्रष्टाचार को लेकर सीएम से शिकायत की हो। इससे पहले उन्होंने एसईसीएल की खदानों से डीजल, कोयला और कबाड़ चोरी को लेकर शिकायत की थी।
उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को पत्र लिखकर गेवरा, दीपका, कुसमुंडा और कोरबा एरिया के सुराकछार खदान से कोयला, डीजल और कबाड़ चोरी की घटनाओं का जिक्र किया था और इन घटनाओं में सफेदपोश लोगों शामिल होने की जानकारी दी थी। उन्होंने चोरी की इन घटनाओं पर तुरंत रोक लगाने की मांग की थी।