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सूचना सांपों के बचाव पर नजर रखने वाली संस्था आरसीआरएस को दी गई। संस्था के सदस्य घटनास्थल पर पहुंचे। सांप को रेस्क्यू किया गया। इसे जंगल में ले जाकर छोड़ा गया। सांप ग्रीन किलबैक प्रजाति का था। आरसीआरएस की ओर से बताया गया है कि ग्रीन किलबैक प्रजाति का सांप शांत स्वभाव का होता है। इसमें विष नहीं होता है। सांप की यह प्रजाति दुर्लभ है। आजकल इसकी संख्या काफी कम हो गई है।
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बताया जा रहा है कि यह सांप जहरीला नहीं होता है, लेकिन बेशकीमती है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी काफी कीमत है और यह दुर्लभ प्रजाति का सांप है। यह सांप एशिया में पाया जाता है, लेकिन अब छत्तीसगढ़ के जंगल क्षेत्रों में भी नजर आने लगा है। पंचनामा के बाद वन कर्मियों ने सांप को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया है।