पीएम आवास से वंचित आदिवासी बुजुर्ग महिला झोपड़ी में रहने को मजबूर
रायपुरPublished: Jun 30, 2022 04:40:06 pm
आदिवासी बहुल्य क्षेत्र के ग्राम मुड़ागांव में पीएम आवास नहीं मिलने से बुजुर्ग दयाबाई दीवान झोपड़ी में रहने को मजबूर है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्राम पंचायत की सूची में नाम होने के बावजूद उसे अब तक आवास नसीब नहीं हुई है। उसे खाने-पीने के भी लाले पड़ रहे हैं। इसके बावजूद न पंचायत प्रतिनिधि सुध ले रहे हैं और न ही शासन-प्रशासन के जिम्मेदार।
पीएम आवास से वंचित आदिवासी बुजुर्ग महिला झोपड़ी में रहने को मजबूर
मुड़ागांव (कोरासी)। आदिवासी बहुल्य क्षेत्र के ग्राम मुड़ागांव में पीएम आवास नहीं मिलने से बुजुर्ग दयाबाई दीवान झोपड़ी में रहने को मजबूर है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्राम पंचायत की सूची में नाम होने के बावजूद उसे अब तक आवास नसीब नहीं हुई है। उसे खाने-पीने के भी लाले पड़ रहे हैं। इसके बावजूद न पंचायत प्रतिनिधि सुध ले रहे हैं और न ही शासन-प्रशासन के जिम्मेदार।
ग्रामीणों ने बताया कि बरसात के दिनों में जर्जर हो चुकी झोपड़ी से पानी टपकता है। जिससे हमेशा किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती है। वृद्धा अपने लिए भोजन तक नहीं पका पाती, वह पड़ोसियों पर पूरी तरह आश्रित है। पड़ोसियों द्वारा भोजन देने पर खा लेती है, नहीं तो उसे भूखा रहना पड़ता है। उसके पास किसी तरह के सामान खरीदने के लिए पैसे नहीं है। इनके बैंक खाता में पेंशन की राशि आती है, गगर शारीरिक रूप से असक्त होने के कारण वह उसे नहीं निकाल पाती। इसके बावजूद पंचायत प्रतिनिधि उनकी सुध नहीं ले रहे हैं। शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिलने से उनकी जिन्दगी बदहाल हो गई है।
वहीं, ग्राम पंचायत मुड़ागांव पहुंचे जय मां शीतला ब्लड ग्रुप के सदस्यों से वृद्धा दयाबाई दीवान ने अपनी दयनीय स्थिति को बताते हुए शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। इन समाजसेवियों ने शासन-प्रशासन के जिम्मेदारों से वृद्धजनों की सहयोग करने की अपील की है। साथ ही जो वृद्ध महिला या पुरुष बैंक नहीं जा सकते, उसे शासन घर पहुंच सेवा व पेंशन देने की मांग की है। इस बीच गांव के बुजुर्ग फिरंता साहू, नंदकुमार सिन्हा, मदन दीवन, तोमर दीवान, लोभन, लोकनाथ, मो. दिलकश, लोकसाय, रोशन, समाजसेवी मनोज पटेल, रेखराम ध्रुव आदि की उपस्थिति में दयाबाई दीवान का सम्मान किया गया।