रायपुर और दुर्ग जिले के बीच से गुजरने वाली शहर की जीवनदायिनी खारून नदी इन दिनों जलकुंभी से पट गई है। इसे देख लगता है कि जीवनदायिनी खुद जिंदगी के लिए जूझ रही है। इसकी सफाई की ओर कोई ध्यान नहीं देता। वहीं दूसरी तरफ पूरे शहर का गंदा पानी यहीं पर सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से साफ कर गिराया जा रहा है। उसका भी खासा फर्क पानी में नहीं पड़ रहा है। यहां पर बने स्टॉप डेम में भी पानी में गंदगी का झाग देखा जा सकता है।
रायपुर और दुर्ग जिले के बीच से गुजरने वाली शहर की जीवनदायिनी खारून नदी इन दिनों जलकुंभी से पट गई है। इसे देख लगता है कि जीवनदायिनी खुद जिंदगी के लिए जूझ रही है। इसकी सफाई की ओर कोई ध्यान नहीं देता। वहीं दूसरी तरफ पूरे शहर का गंदा पानी यहीं पर सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से साफ कर गिराया जा रहा है। उसका भी खासा फर्क पानी में नहीं पड़ रहा है। यहां पर बने स्टॉप डेम में भी पानी में गंदगी का झाग देखा जा सकता है।