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आप पर है ठगों की नजर, अगर मोबाइल में आए कॉल और बोले ऐसा तो हो जाएं सावधान

locationरायपुरPublished: Mar 16, 2020 08:29:25 pm

Submitted by:

CG Desk

तरह- तरह का लालच देकर करते हैं प्रभावित, बेंगलूरु, दिल्ली और मुंबई से आ रहे ठगों के फोन और मैसेज.

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रायपुर। हैलो… सर! मैं टेलीकॉम कंपनी दिल्ली से बोल रहा हूं। हमारी कंपनी के 20 वर्ष होने पर हमने एक सर्वे किया था। उसमें आपका नंबर सिलेक्ट हुआ है। आपको लकी ड्रा के रूप में 2 लाख 51 हजार डॉलर ईनाम में दिया जा रहा है, जिसकी पूरी कीमत 25 लाख रुपए हैं। आपको इस लकी ड्रा के बदले कुछ रकम चार्ज के रूप में हमें चुकानी पड़ेगी। कुछ इस तरह के फोन कॉल राजधानी के मिडिल परिवार को अपना शिकार बना रहा है। राजधानीवासियों को महंगे प्रलोभन देकर उगाही की जा रही है और बदले में पाउडर व चायनीज फोन गिफ्ट करके उन्हें ठगा जा रहा है।
नामी कंपनियों के नाम से एवं डॉलर दान करने के नाम पर राजधानीवासियों को फोन और मैसेज भेजकर उन्हें ठगने का प्रचलन राजधानी के अंदर तेजी से पांव पसार रहा है। लोगों को सपने दिखाकर ठग उनकी जमा की गई पूंजी को लूटकर अपना फोन बंद कर देते हैं। राजधानीवासियों को फोन करने वाले ठग अपने आप को विदेश का कारोबारी और प्रतिष्ठित कंपनी का कर्मचारी बताते हैं। लोगों के साथ ठगी का मामला राजधानी में लगातार बढ़ रहा है। विभागीय अधिकारी मामले में जांच करने की बात कहते हुए आरोपियों का पता लगा रहे है और आरोपी रोजाना लोगों को ठगकर अपनी जेब भर रहे हैं।
पत्रिका एक्सपोज टीम के सदस्यों को राजधानी के कई इलाकों से लगातार सूचना मिल रही थी, कि एसटीडी नंबर और आईएसडी नंबर से उनके फोन मे कॉल और मैसेज आ रहे है। यह कॉल और मैसेज उन्हें डॉलर और लुभावने ऑफर का सपना दिखाकर किस्तों में चार्ज के नाम पर पैसे ऐंठ रहा है। समय पर सामान नहीं आने पर पीडि़त फोन करता है और मैसेज करता है, तो आरोपी का नंबर बंद बताता है। राजधानीवासियों की शिकायत पर एक्सपोज टीम के सदस्यों ने पुलिस अधिकारियों से चर्चा की तो कई चौकाने वाली जानकारी अफसरों से मिली। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर नंबर दूसरे राज्यों के है।
केस-1

डॉलर भेजने के नाम पर ठगे 5 लाख 49 हजार
गोल बाजार निवासी अनुराधा बरेरा को 2 मार्च को कॉल आया। फोन करने वाले शख्स ने खुद को टेलीकॉम कंपनी का कर्मचारी बताया और 2 लाख 51 हजार डॉलर ईनाम लगने की बात कही। ईनाम लेने के बदले कॉलर ने अनुराधा से 14 हजार 500 रुपए जमा करने की बात कही। डॉलर मिलने के लालच में अनुराधा ने पैसा जमा कर दिया तो आरोपी ने दोबारा फोन किया और जीएसटी के रूप में राशि जमा करने का कहा। आरोपी ने धीरे-धीरे किश्तों में 5 लाख लाख 49 हजार 40 रुपए जमा करवा लिए। पैसा जमा करने के बाद भी आरोपी पैसा मांगता रहा तो अनुराधा को अपने साथ ठगी का अहसास हुआ और गोल बाजार पुलिस को सूचना दी।

केस-2

10 लाख की लॉटरी देने के नाम पर ठगी
कोतवाली निवासी आदर्श कुमार को फोन आया। फोन करने वाले शख्स ने 10 लाख रुपए की लॉटरी लगने की बात कही और लॉटरी क्लेम करने के बदले 10 हजार रुपए फीस मांगी। 10 लाख रुपए के लालच में आदर्श ने 10 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। कुछ दिनों तक जब लाटरी का पैसा न आने पर आदर्श ने कॉलर के नंबर पर फोन किया, तो उसका नंबर स्विच ऑफ बताया। जब तक अंकित मामला समझा पाता कॉलर ने उसे 10 हजार की चपत लगा दी।

ज्यादातर नंबर दिल्ली और बेंगलूरु के
कॉल करने के बाद जब राजधानीवासियों को ठगने वाले कॉलरों ने फोन नहीं उठाया, तो एक्सपोज टीम ने ट्रू कॉलर साफ्टवेयर की मदद से नंबरों की डिटेल खंगाली। पड़ताल के दौरान टीम के सदस्यों को नंबर की लोकेशन दिल्ली व बेंगलूरु की मिली। इस पड़ताल के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि राजधानीवासियों को चपत लगाने वाले लोग प्रदेश के बाहर राज्यों में बैठकर अपने नुमांइदों के जरिए लोगों को ठग रहे हैं।

मिशन ई रक्षा भी नहीं आया काम
लोगों की हिफाजत और ठगों को पकडऩे की जिम्मेदारी राजधानी में तैनात पुलिस विभाग की है। ठगों को रोकने के लिए व साइबर को पकडऩे के लिए राजधानी में बकायदा पूरी टीम भी तैनात है। यह टीम विभाग के आला अधिकारियों के निरीक्षण में चल रही है। विभाग के अधिकारी साइबर सेल को पूरी व्यवस्था भी मुहैय्या करवा रहे हैं। साइबर सेल की टीम ने कई ठगों के अकाउंट में गया पैसा पीडि़तों को वापस भी दिलाया है। साइबर ठगी से लोग बच सके इसलिए पुलिस अधिकारियों ने मिशन ई रक्षा चलाया था। पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान चलाने के बावजूद साइबर ठगी की वारदातें राजधानी में कम होने का नाम नहीं ले रही है।

साइबर ठगों से लोग जागरूक हो सके इसलिए लगातार पुलिस प्रयास कर रही है। बैंक संबंधित जानकारी या लॉटरी संबंधित जानकारी कोई फोन में दे, तो राजधानीवासी झांसे में ना आए। बैंक अधिकारी किसी भी तरह का फोन अपने उपभोक्ताओं को नहीं करते है। थोड़े से लालच के चलते लोग अपना नुकसान कर बैठते हैं। जागरूक रहने से ही ठगी की वारदातों से बचा जा सकता है।
डीसी पटेल, सीएसपी, कोतवाली, रायपुर
रायपुर से मोहित सेंगर की रिपोर्ट…

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