रविवार को दर्शक मिलते ही हैं एक्सपर्ट की मानें तो कोई भी फिल्म हो रविवार को दर्शक खींच ही लेती है। अब सोमवार को तय होगा कि फिल्म स्टडी है या नहीं। क्या है कहानी
उदयभान दाऊ (पूरन किरी) अपने बेटे पुष्पेंद्र को इसलिए घर से निकाल देता है क्योंकि उसने गैरजाति की महिला से शादी की है। उदयभान का पोता सत्येंद्र (अनुज शर्मा) घर छोड़कर रायपुर में रहते हुए प्यून का काम करने लगता है। शहर में वह अपनी अपनी मालकिन माया (लिप्सा मिश्रा) के इश्क में गिरफ्तार हो जाता है। माया तो जब पता चलता है कि उदयभान की 600 एकड़ जमीन जिसे वह अपने साथी के साथ हथियाना चाहती है, सत्येंद्र उनका पोता है तो उससे लालच के लिए शादी कर लेती है। इसके बाद कहानी में कई मोड़ आते हैं। फिल्म जातिवाद पर प्रहार भी करती है। क्या माया अपने मंसूबे पर कामयाब होती है? क्या सत्तु माया जिंदगी से निकाल पाता है? या दोनों एक-दूसरे के हो जाते हैं? इन सब सवालों के जवाब आपको फिल्म में मिलेंगे।