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जानिये, अचानक क्यों कट रहे हैं आपके बैंक अकाउंट से पैसे और इससे जुड़े जरुरी नियम

locationरायपुरPublished: Oct 04, 2019 03:07:34 pm

Submitted by:

Karunakant Chaubey

जैसा की हम सब जानते हैं की कुछ भी मुफ्त में नहीं आता। आपका बैंक भी आपसे कदम-कदम पर एक निर्धारित निर्धारित शुल्क वसूलता है। बैंक से जुडी कई सुविधाएं हैं जिनके लिए जाने वाले शुल्क की जानकारी अक्सर आपको नहीं रहती है।

रायपुर. Banking services Charges: पैसे का महत्त्व किसी को बताने की जरूरत नहीं है। जीने से लेकर मरने तक हमें पैसों की जरूरत पड़ती है और इन जरूरतों को पूरा करने के लिए हम बैंक में रखे पैसों की तरफ देखते हैं। आपने अपनी जरूरतों के लिए अपना पैसा बैंको में सुरक्षित रखा हुआ होगा।

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जैसा की हम सब जानते हैं की कुछ भी मुफ्त में नहीं आता। आपका बैंक भी आपसे कदम-कदम पर एक निर्धारित निर्धारित शुल्क वसूलता है। बैंक से जुडी कई सुविधाएं हैं जिनके लिए जाने वाले शुल्क की जानकारी अक्सर आपको नहीं रहती है। आइये जानते हैं की बैंक आपसे कब और कितना शुल्क वसूलता है।

मुफ्त में नहीं मिलती कोई भी बैंकिंग सर्विस

बैंक की सेवाओं को लेने की शुरुआत होती है खाता खुलवाने से। इसके भी बैंक पैसे लेता है। एक तय रकम होती है। उतना तो आपको हर समय खाते में रखना ही पड़ेगा। उसके बाद आपके पास एटीएम कार्ड लेने का विकल्प होता है। इसके लिए आपको पैसे खर्च करने होते हैं। कुछ बैंक कार्ड बनवाने के लिए पैसे नहीं लेते।

लेकिन सारे बैंक कार्ड के इस्तेमाल के लिए एक सालाना रकम ज़रूर वसूलते हैं। पैसे निकालने पर भी पैसे कटते हैं। बैंक आपको खाते से संबंधित जानकारियां देने के लिए जो SMS भेजता है, उसके भी पैसे चार्ज करता है। फिर इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग भी हैं। ये सुविधाएं भी मुफ्त नहीं मिलतीं। चेकबुक के भी पैसे लगते हैं।

अलग-अलग बैंक अकाउंट्स के अलग-अलग है नियम

बैंक अकाउंट्स कई तरह के होते हैं। करंट डिपॉज़िट अकाउंट, सेलरी अकउंट, सेविंग्स अकाउंट, रेकरिंग अकाउंट, फिक्स्ड डिपॉज़िट अकाउंट, सब खातों के नियम अलग हैं। आम लोगों का साबका ज़्यादातर बचत खाते और फिक्स्ड डिपॉज़िट खाते से पड़ता है।

बैलेंस जांचना और मिनी स्टेटमेंट लेना भी मुफ्त नहीं

खाते में मौजूद बैलेंस की जांच करना, एटीएम का पिन बदलना और मिनी स्टेटमेंट लेना ‘गैर वित्तीय’ (नॉन-फाइनेन्शियल) गतिविधियों में गिने जाते हैं। मिनी स्टेटमेंट में आपके बैंक खाते में मौजूद रकम और पिछले कुछ लेनदेन की जानकारी होती है। कई निजी बैंक इसके लिए भी ग्राहक से पैसे लेते हैं।

ICICI बैंक हर लेन-देन पर वसूलेगा पैसे

ICICI बैंक में जिन खाताधारकों के ज़ीरो अकाउंट वाले खाते हैं, अगर वे बैंक की ब्रांच से पैसा निकालते हैं तो उन्हें हर कैश विदड्रॉल के लिये 100 से 125 रुपये देने होंगे। इसके अलावा बैंक ने यह भी कहा है कि यदि ज़ीरो अकाउंट वाले खाताधारक मशीन के जरिये बैंक की ब्रांच में कैश जमा करते हैं तो इसके लिए भी उन्हें शुल्क देना होगा।

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बैंक ट्रांज़ेक्शन से जुड़े कुछ जरुरी नियम

– HDFC, ICICI और AXIS जैसे निजी बैंक महीने में 4 बार मुफ्त ट्रांज़ेक्शन की सुविधा देते हैं। इसके बाद जब भी आप अकाउंट में पैसे जमा करेंगे या निकालेंगे, तो एक सीमा से ऊपर हर ट्रांज़ेक्शन पर बैंक 150 रुपए लेगा। मिसाल के लिए HDFC बैंक में ये चार्ज 25,000 रुपए से ऊपर के ट्रांज़ेक्शन पर लगता है। इसमें सेस और अतिरिक्त टैक्स भी लगते हैं। तो कुल चार्ज 150 से ऊपर का बनेगा।

– वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों के खातों पर ये शुल्क नहीं लगता है।

– अगर आपके पास बेसिक सेविंग्स अकाउंट है, तो महीने में 4 बार पैसा निकालने पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा। पैसा जमा करने पर भी कोई शुल्क नहीं देना होगा।

– होम ब्रांच और नॉन-होम ब्रांच के नियमों में भी फर्क है। होम ब्रांच यानी जहां आपका खाता है। नॉन-होम ब्रांच मतलब उसी बैंक की किसी और ब्रांच से लेन-देन करना।

– ICICI महीने में 4 बार होम ब्रांच से पैसा निकालने पर कोई शुल्क नहीं लेता। उसके बाद प्रति 1,000 रुपए पर 8 रुपए का शुल्क वसूला जाता है।

– नॉन-होम ब्रांच से पैसा निकालने पर ICICI पहला ट्रांज़ेक्शन मुफ्त करने देता है। उसके बाद प्रति 1,000 रुपए पर 8 रुपए का अतिरिक्त चार्ज लगाया जाता है। इस तरह के लेनदेन पर बैंक आपसे एक महीने में ज़्यादा से ज़्यादा 150 रुपए लेगा।

 

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