मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान कहा कि आदिवासी अंचलों में सिंचाई सुविधा बढ़ाने के लिए सरपंचों के माध्यम से उनके क्षेत्र के नदी-नालों में वाटर रिचार्जिंग के लिए नरवा योजना के अंतर्गत प्रस्ताव तैयार कराए जाएं। इससे इन क्षेत्रों में सिंचाई की सुविधा बढ़ेगी और भू-जल स्तर भी बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नदी-नालों में वाटर रिचार्जिंग के लिए नरवा योजना प्रारंभ की गई है। छत्तीसगढ़ में लगभग 30 हजार नाले हैं। जिन पर एनीकट, स्टाप डेम सहित छोटी-छोटी संरचनाएं बनाकर जल संवर्धन और संरक्षण के कार्य किए जा रहे हैं। चर्चा के दौरान प्रतिनिधि मण्डल में शामिल लोगों ने वनांचल क्षेत्र के नदी-नालों पर एनीकट निर्माण कराने का आग्रह किया था।