आरोपी ने सभी से नौकरी लगाने के एवज में लाखों रुपए ले लिए थे और सभी को इंटरव्यू के लिए 2 अप्रैल को एम्स में बुलाया था। सभी एम्स के गेट नंबर 2 में पहुंचे। इसके बाद उसे फोन लगाया, आरोपी शेख अशरफ ने फोन उठाना बंद कर दिया। काफी इंतजार के बाद भी आरोपी नहीं पहुंचा और न ही फोन उठाया, तो युवक-युवतियां एम्स के अधिकारियों के पास पहुंचे। अधिकारियों ने अशरफ को जानने से इनकार कर दिया। इसके बाद पीडि़तों ने आमानाका थाने में शिकायत की। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया।
पीडि़तों के मुताबिक आरोपी के बारे में उन्हें जानकारी बीएसयूपी कॉलोनी निवासी महिलाओं से मिली थी। नौकरी मिलने के लालच में पीडि़तों ने आरोपी अशरफ से संपर्क किया और ठगी शिकार हो गए। आरोपी ने सभी को एम्स अलग-अलग समय पर बुलाया था, लेकिन पीडि़त एक ही समय पहुंच गए तो उसकी पोल खुल गई। आरोपी के एम्स नहीं पहुंचने जब पीडि़तों ने उसे फोन किया, तो फोन बंद बताया। पीडि़तों ने आरोपी के खिलाफ लिखित शिकायत पुलिस में दी। पीडि़तों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर रविवार की रात गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी शेख असरफ इलाके में कब से सक्रिय है? कितने लोगों के साथ उसने ठगी की है? इन सभी बातों की जानकारी जुटाने में पुलिसकर्मी जुटे हुए है। ठगी के पैसे का आरोपी ने क्या इस्तेमाल किया? इसका पता भी विवेचना अधिकारियों द्वारा लगाया जा रहा है। आरोपी पूर्व में कितने लोगों को झांसा देकर ठग चुका है? इस जानकारी जुटाने के लिए विवेचना अधिकारी जिला पुलिस से आरोपी के बारे में जानकारी जुटा रहे है। आरोपी के गिरोह में और कौन शामिल है? इसकी जानकारी पुलिस अधिकारियों द्वारा जुटाई जा रही है।