जतमाई सेवा ग्राम सभा संचालन कमेटी के सदस्य अगहन सिंह ठाकुर, ग्राम सरपंच दुलारी बाई, रामकीर्तन ध्रुव, गणेशराम ध्रुव, गिरवर ध्रुव, गोविंदराम, राधेश्याम ध्रुव आदि ने बताया कि क्वांर नवरात्र पर्व में प्रशासन ने 250 मजदूरों से 300 रुपए प्रतिदिन की दर से 9 दिन तक काम लिया। जिसे 50 मजदूरों द्वारा प्रतिवर्ष कराया जाता था। वहीं मंदिर की रंग, पेंटिंग, नलजल व्यवस्था, राशन सामग्री, लकड़ी, मजदूर व रसोइया, पुजारी, पंडा आदि का लाखों रुपए का बिल भुगतान नहीं किया गया है।
उपरोक्त आरोपों के संबंध में जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त सचिव जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी वर्मा ने अनभिज्ञता जाहिर अपना पल्ला झाड़ लिया। उनका कहना है कि इस संबंध में तहसीलदार महोदया ही बता पाएंगे। वहीं, जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त अध्यक्ष तहसीलदार छुरा ने कहा कि अभी दो ही सप्ताह मुझे प्रभार लिए हुआ है। जतमाई समिति संबंध में क्या मेटर है, ये जानकारी लेने के बाद ही बता पाऊंगा। दूसरी ओर जिला प्रशासनिक अधिकारी प्रभात मालिक से दो-तीन बार दूरभाष से संपर्क किया गया, लेकिन फोन रिसीव नहीं किया।