देशभक्ति का जज्बा उनके अंदर कूट कूट कर भरा था। इसी कारण शिवलाल साहू ने 1957 में थलसेना में भर्ती हो गए और 1972 में सेना से सेवानिवृत्त हुए। इन्होंने 16 वर्ष तक सेना में रहते हुए भारत माता की सेवा की।
इस दौरान उन्होंने 1962 का भारत चीन युद्ध, 1965 का भारत पाक युद्ध और 1971 का भारत पाकिस्तान युद्ध लड़ा। 1971 में इनके सीने में तीन गोली लगने के कारण ये घायल हो गए थे। इस तरह से ये वीर बहादुर सैनिक को तीन गोली लगने के बाद भी 50 वर्ष तक जीवित रहे।ऐसे वीर सैनिक जो हमेशा हम सब के प्रेरणाश्रोत थे। ऐसे वीर सैनिक शिव लाल साहू को पूरा देश सलाम करता है। पूर्व सैनिकों ने हर वर्ष दिसंबर में विजय दिवस के अवसर पर इनके वीरता को सम्मान करते हैं।
जैसे ही पता चला तो धमतरी जिले के पूर्व सैनिक अपने इस योद्धा को अंतिम विदाई देने निकल पड़े। नायक शिवलाल साहू जैसे वीर योद्धा को तिरंगे के साथ सम्मान देते हुए अंतिम विदाई दी गई। इस अवसर पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद जिला धमतरी के अध्यक्ष केपी साहू, सचिव मुरारीलाल साहू, पूर्व सैनिक प्राणसिंह सिन्हा, पूर्व सैनिक गंगापुरी गोस्वामी और पूर्व सैनिक प्रेमलाल निर्मलकर उपस्थित थे।