scriptलेट नाइट डिनर करने से हो सकती हैं ये जानलेवा बीमारियां, जानिए जल्दी खाना खाने के फायदे | Late night dinner fatal diseases, know benefits eating fast food | Patrika News

लेट नाइट डिनर करने से हो सकती हैं ये जानलेवा बीमारियां, जानिए जल्दी खाना खाने के फायदे

locationरायपुरPublished: Sep 21, 2020 07:11:23 pm

Submitted by:

bhemendra yadav

हाल ही में हुए एक ताजा अध्‍ययन में यह सामने आया है कि लोग लंच की बजाए डिनर ज्‍यादा हैवी करते हैं। यह जानते हुए भी कि स्‍वास्‍थ्‍य की दृष्टि से यह खतरनाक है।

01_2.jpg
क्‍या आपको भी शाम ढलते कुछ टेस्‍टी और कुछ ज्‍यादा खाने का मन करने लगता है? तो आप भी उन लोगों में से हैं, जो अपनी दिन भर की कैलोरीज का 40% डिनर में ही लेते हैं। भले ही इसके लिए आप रात को ही सुकून से खाना खा पाने का बहाना बनाएं, लेकिन सच्‍चाई यह है कि हैवी डिनर आपके स्‍वास्‍थ्‍य के लिए अच्‍छा नहीं है।
कहते हैं, सुबह का नाश्ता राजा-महाराजाओं जैसा, दोपहर का भोजन सेठों जैसा और रात का खाना किसी निर्धन व्यक्ति की तरह भोजन करना चाहिए। हालांकि, आयरलैंड स्थित उल्स्टर यूनिवर्सिटी के हालिया अध्ययन से पता चला है कि ज्यादातर वयस्क दिनभर में ग्रहण की जाने वाली 40 फीसदी कैलोरी रात के खाने से हासिल करते हैं। इससे उनके मोटापे, टाइप-2 डायबिटीज और हृदयरोगों के शिकार होने का खतरा बढ़ जाता है।

40 फीसदी कैलोरी शाम छह बजे के बाद लेते हैं लोग
शोधकर्ताओं ने साल 2012 से 2017 के बीच यूके नेशनल डाइट एंड न्यूट्रिशन सर्वे में दर्ज 1200 वयस्कों के खानपान से जुड़े आंकड़ों का विश्लेषण किया। उन्होंने पाया कि लगभग सभी प्रतिभागी दिनभर में ग्रहण की जीने वाली औसतन 40 फीसदी कैलोरी शाम छह बजे के बाद ली गई खुराक से प्राप्त करते हैं।

उनकी रोजाना की डाइट में उच्च कैलोरी युक्त खाद्य सामग्री भी अधिक मात्रा में शामिल होती है। इस कारण उन्हें बढ़ते वजन से जुड़ी समस्याओं से गुजरना पड़ता है। इनमें ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप का स्तर अनियंत्रित होना प्रमुख है।

मोटापा बढ़ाता है हैवी डिनर
अध्ययन में यह भी देखा गया कि रात में ज्यादा खाने वाले लोग फैट और कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार कम लेते हैं। हालांकि, यह कैलोरी की अत्यधिक मात्रा से होने वाले नुकसान की भरपाई करने के लिए काफी नहीं है। मुख्य शोधकर्ता ज्यूडिथ बेयर्ड के मुताबिक दिन ढलने के बाद चयापचय क्रिया धीमी पड़ जाती है। इससे ग्लूकोज ऊर्जा में तब्दील होने के बजाय फैट के रूप में जमा होने लगता है। लिहाजा शाम छह बजे के बाद कम कैलोरी वाला खाना खाने में ही भलाई है। अध्ययन के नतीजों को हाल ही में संपन्न ‘2020 यूरोपियन एंड इंटरनेशनल ओबेसिटी कांग्रेस’ में पेश किया गया था।

सुबह भारी नाश्ता करने में भलाई
‘जर्नल ऑफ क्लीनिकल एंडोक्रायोनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म’ में छपे एक अमेरिकी अध्ययन में सुबह भारी नाश्ता करने पर जोर दिया गया है। शोधकर्ताओं के मुताबिक जो लोग अधिक मात्रा में कैलोरी जलाना चाहते हैं, उनके लिए सुबह भारी नाश्ता करना और दोपहर-रात में हल्की डाइट लेना फायदेमंद है।

दरअसल, सुबह और दोपहर में ‘थर्मोजेनेसिस’ की प्रक्रिया अपने चरम पर होती है। यानी खाने में मौजूद पोषक तत्वों को ऊर्जा में तब्दील करने के लिए शरीर दोगुनी कैलोरी खर्च करता है। यही वजह है कि ऐसा डाइट प्लान अपनाने वाले लोग ज्यादा फिट रहते हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो