सुभाष चन्द्र बोस को अपनाने से पहले गोडसे-सावरकर का साथ छोड़ें
- पराक्रम दिवस : नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर मुख्यमंत्री बघेल ने भाजपा पर बोला हमला

रायपुर. नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती 23 जनवरी पर शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में हुई संगोष्ठी में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और इतिहास के प्रोफेसर सौरभ बाजपेयी ने भाजपा पर जमकर हमला बोला है। प्रो. बाजपेयी ने उदाहरणों के साथ कहा कि देश में नायकों को हड़पने की नीति चल रही है।
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसका समर्थन करते हुए बोले कि विधानसभा में यहां तक कहा आप गांधीजी को अपनाना चाहते हैं, बहुत अच्छी बात है। आपने पटेल, सुभाष और गांधी को अपना लिया, एक बार गोडसे मुर्दाबाद बोलकर तो दिखाएं। मैं भाजपा वालों को बधाई देना चाहता हूं कि वह दिखावे के लिए ही सही, मगर गोडसे मुर्दाबाद नहीं कह पाए। यह विधानसभा के रेकॉर्ड में हैं। सीएम ने कहा कि जो लोग गांधी-बोस को अपनाना चाहते हैं, उन्हें सावरकर और गोडसे को छोडऩा होगा। बता दें कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जन्मदिन को इस वर्ष से पराक्रम दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है।
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नेताजी के नाम से होगी पुलिस अकादमी की पहचान
राज्य पुलिस प्रशिक्षण अकादमी चंदखुरी की पहचान अब नेताजी सुभाषचंद्र बोस के नाम पर होगी। नेताजी की जयंती पर शनिवार को आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह घोषणा की। वहीं. डीजीपी डी.एम. अवस्थी ने राज्य पुलिस अकादमी के मुख्यद्वार पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की आदमकद प्रतिमा स्थापित करने की बात कही।
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