-22 साल की उम्र में बने थे आईएएस, कक्षा 2-3 में थे तभी उनके पिता का निधन हो गया। -पिता की मौत के बाद ओ.पी. चौधरी की मां कौशिल्या ने तीनों बच्चों की पढ़ाई और परवरिश की जिम्मेदारी उठा ली
-ओपी चौधरी की पहली पोस्टिंग असिस्टेंट कलेक्टर (Assistant Collector) के रूप में 2006 में कोरबा में हुई
-साल 2011 में उन्हें नक्सल प्रभावित जिला दंतेवाड़ा में कलेक्टर के तौर पर पदस्थ किया गया।
-20 जून 2014 को को अदीति के साथ परिणय सूत्र में बंधे
-आईएएस ओमप्रकाश चौधरी को नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रधानमंत्री अवार्ड भी मिला
-पूर्व IAS ओम प्रकाश चौधरी ने 28 अगस्त 2018 को नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया
-ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है की ओमप्रकाश चौधरी खरसिया से चुनावी राजनीति का हिस्सा बन सकते हैं.
READ MORE: VIDEO: Chhattisgarh pollpedia पिछले छत्तीसगढ़ चुनाव में कितने प्रत्याशी लड़े