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Dengue in Raipur: डेंगू बुखार में अगर शरीर में इससे कम है प्लेटलेट्स तो हो जाएं सतर्क वरना बढ़ सकती है मुश्किल

locationरायपुरPublished: Sep 06, 2021 01:46:48 pm

Submitted by:

Ashish Gupta

Dengue in Raipur: राजधानी में डेंगू के मरीज बढ़ने के साथ ही प्लेटलेट्स की जरूरत भी बढ़ने लगी है। शहर में करीब 8 से 10 गुना प्लेटलेट्स की मांग बढ़ गई है। सिटी समेत अन्य ब्लड बैकों पर औसतन 10 से 12 लोग प्लेटलेट्स के लिए पहुंच रहे हैं, जिन्हें उपलब्ध कराया जा रहा है।

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रायपुर. Dengue in Raipur: राजधानी में डेंगू के मरीज बढ़ने के साथ ही प्लेटलेट्स की जरूरत भी बढ़ने लगी है। शहर में करीब 8 से 10 गुना प्लेटलेट्स की मांग बढ़ गई है। सिटी समेत अन्य ब्लड बैकों पर औसतन 10 से 12 लोग प्लेटलेट्स के लिए पहुंच रहे हैं, जिन्हें उपलब्ध कराया जा रहा है।
विगत एक माह से लगातार डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं। सितंबर के विगत 4 दिनों में ही 25 केस रिपोर्ट हुए हैं। वर्ष 2020 में डेंगू के 11 तथा 2019 में 100 डेंगू के मरीज मिले थे। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल शहर में 342 डेंगू मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, हालांकि यह आंकड़ा 500 होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
4 मौतें भी हुई हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इससे इनकार कर रहा है। इस वर्ष डेंगू का पहला मरीज 1 फरवरी को देवपुरी के वर्धमान नगर से मिला था। मार्च में बीएसयूपी कॉलोनी और अशोकनगर से मरीज मिले थे। अप्रैल और मई में एक भी केस नहीं मिले, लेकिन जून शुरू होते ही सिलसिला शुरू हो गया। जुलाई में 47 केस रिपोर्ट हुए। वहीं, अगस्त में 250 से ज्यादा मरीज मिले हैं।
dengue tension in madhya pradesh

प्लेटलेट्स 5 दिनों में हो जाती है एक्सपायर
विशेषज्ञों का कहना है कि प्लेटलेट्स सिर्फ 5 दिनों तक ही रखा जा सकता है, इसके बाद यह एक्सपायर हो जाती है। स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में डेढ़ से चार लाख प्लेटलेट्स होती हैं। किसी कारण से यदि यह 50 हजार से कम हो जाएं तो चिंता की बात नहीं होती, लेकिन इससे कम होने पर रक्तस्त्राव होता है। 30 हजार से संख्या कम होने पर स्थिति चिंताजनक मानी जाती है और प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। ओ नेगेटिव ब्लड ग्रुप का प्लेटलेट्स काफी रेयर माना जाता है।

क्या है प्लेटलेट्स
यह रक्त का एक भाग है जो खून का थक्का बनाने में सहायक होता है। चोट लगने पर होने वाले रक्तस्त्राव को ये रोकती हैं। शरीर में इनकी पर्याप्त संख्या होनी चाहिए। शरीर में इनकी संख्या बहुत कम होने पर मौत भी हो सकती है।

रायपुर डीकेएस अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. धर्मवीर बघेल ने कहा, प्लेटलेट्स की मांग बढ़ रही है। वर्तमान में रोजाना 5 से 6 लोग संपर्क कर रहे हैं। रविवार को एक व्यक्ति ने ‘ओ’ निगेटिव ब्लड ग्रुप के प्लेटलेट्स के लिए संपर्क किया था, जो उपलब्ध नहीं था। यह काफी रेयर होता है।
रायपुर सिटी ब्लड बैंक के संचालक डॉ. मनोज लांजेवार ने कहा, डेंगू के मरीज बढ़ने के साथ ही प्लेटलेट्स की मांग 8 से 10 गुना बढ़ गई है। रोजाना 10 से 12 लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है। डेंगू के अलावा अन्य बीमारियों के मरीजों को भी प्लेटलेट्स की जरूरत पड़ती है।

आंकड़ों में डेंगू
1 जनवरी से 31 दिसंबर 2019- 100 केस
1 जनवरी से 31 दिसंबर 2020- 11 केस
1 जनवरी 1 से 4 सितंबर 2021- 342 केस

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