इधर, राजधानी समेत छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कई इलाकों में शनिवार सुबह से मौसम बदला हुआ है। आसमान में बादल छाए हुए हैं। इससे पहले शुक्रवार को दिन भर भीषण गर्मी से बेहाल करने के बाद शाम को मौसम का मिजाज बदल गया। तेज हवाओं के साथ बादलों की गरज के बाद झमाझम बारिश हुई।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह त्वरित राहत है। वहीं अब प्रदेश में 17 और 18 मई को आंधी-तूफान आने के आसार बन रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण अण्डमान निकोबार में एक निम्नदाब का सेट बन चुका है। इसके और प्रबल होने के बाद चक्रवात में तब्दील होने की संभावना है। इस वजह से छत्तीसगढ़ का मौसम भी प्रभावित हो सकता है।
शुक्रवार को राजधानी में सुबह से अब दोपहर 4 बजे तक लोग गर्मी और उमस से परेशान दिखे। लेकिन शाम पांच बजे हल्के बादल छा गए और कारण 7 बजे तक गरज चमक और तेज हवा के साथ हल्की बौछारें पड़ी। प्रदेश में उत्तरी और दक्षिणी भाग में एक-दो जगहों पर हल्की वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने शनिवार के लिए चेतावनी जारी की है कि प्रदेश में एक-दो जगहों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि एक द्रोणिका दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश से दक्षिण अंदरूनी कर्नाटक तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है। दक्षिण छत्तीसगढ़ में बंगाल की खाड़ी से बहुत अधिक मात्रा में नमी आ रही है। इस कारण मौसम का मिजाज बदला हुआ है।
उन्होंने बताया कि 16 मई शनिवार को छत्तीसगढ़ के एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ तेज हवाएं चलने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। अधिकतम तापमान में प्रदेश में विशेष तौर पर होने की संभावना नहीं है।