लॉकडाउन में कोरोना कंट्रोल हुआ है और संक्रमण रुका है। फैसला लेने के लिए कलेक्टरों को अधिकृत कर दिया गया है। उन्होंने कहा, रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग जैसे जिलों में संक्रमण ज्यादा था। दुकानों के खुलने और बंद करने का समय कलेक्टर अपने स्तर पर तय करेंगे। इससे पहले राज्य सरकार ने रायपुर में 22 और अन्य शहरों में 23 जुलाई से लॉकडाउन की घोषणा की थी। इसके बाद इसे बढ़ाकर 6 अगस्त के लिए कर दिया गया था।
व्यापारियों ने कहा – दुकानें खोलने की मिले अनुमति
व्यापारी संगठनों ने अब लॉकडाउन का विरोध करने का मन बना लिया है। उनके मुताबिक लॉकडाउन के 14 दिन में उनका 9000 करोड़ से अधिक व्यापार प्रभावित हो चुका है। हर दिन 700 सौ करोड़ का व्यापार प्रभावित हुआ है। व्यापारी संगठनों ने एक स्वर में 7 अगस्त से व्यापार संचालित करने की अनुमति मांगी है। कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) सीजी चैप्टर और चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने भी राज्य सरकार से दुकानें खुलवाने के लिए मांग की है।
चैंबर ने लगातार ट्वीट के माध्यम से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से व्यापार संचालित करने की अनुमति देने की अपील की है। वहीं कैट ने आपात बैठक में 105 से अधिक व्यापारी संगठनों का समर्थन हासिल करते हुए राज्य सरकार से मांग की है कि 7 अगस्त से व्यापार संचालित की अनुमति मिलनी चाहिए। कैट के के प्रदेश अध्यक्ष अमन परवानी ने कहा कि शासन की शर्तों के हिसाब से व्यापार संचालित होगा। चैंबर अध्यक्ष जितेंद्र बरलोटा व चेयरमैन रमेश गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से ऑनलॉक है, लेकिन राज्य में लॉकडाउन है। इससे व्यापार प्रभावित हो रहा है।