इस पेशे का सम्मान करना चाहिए
धमतरी से आकर रायपुर में चौकीदारी करने वाले तुलसीराम यादव ने बताया कि वे तीन-चार सालों से यहां काम कर रहे हैं। विकास तो हुआ लेकिन बेरोजगारी दूर नहीं हो पाई। उनका कहना था, जिस तरह से नेता खुद को चौकीदार बता रहे हैं, अगर सही तरीके से वे चौकीदारी कर लें तो देश में भ्रष्टाचार ही नहीं होता। सुना है कि कई लोग चौकीदार चोर बोल रहे हैं, उन्हें इस पेशे का सम्मान करना चाहिए।
हमारा मान बढ़ाया है
पेशे से चौकीदार सुरजीत ठाकुर मंडला से आकर राजधानी में 5 सालों से काम कर रहे हैं। वे कहते हैं कि मोदी जी ने चौकीदार कहकर हमारा मान बढ़ाया है। मोदी सरकार की योजना की वजह से उन्हें पक्का मकान मिला है। घर में शौचालय बना। लाडली बिटिया योजना का लाभ मिला।
चौकीदारों पर भी ध्यान देंगे
ताजुद्दीन खान का कहना है कि सालों से गार्ड का काम कर रहे हैं। अखबारों में पढ़ा कि मोदी खुद को चौकीदार कह रहे हैं। इसे चुनावी मुद्दा न बनाकर सच में हमारी ओर देखते तो हमारी स्थिति और बेहतर होती। फिर भी उनसे उम्मीद है कि जिस तरह से उन्होंने देश में विकास किया है, चौकीदारों पर भी ध्यान देंगे।
हल्ला करने वाले हमारी मेहनत देखें
राजधानी में पिछले 10 साल से चौकीदारी करने वाले पहल सिंह का कहना है कि जिस परिवर्तन की बात भाजपा सरकार करती है, उसे इन पांच सालों में महसूस नहीं किया। चौकीदार को लेकर टीवी और सोशल मीडिया में हल्ला करने वाले हमारी मेहनत को भी देखें। चौकीदारी कर लोगों की रक्षा करने के एवज में इतने पैसे भी नसीब नहीं होते कि दो वक्त की रोटी सही ढ़ंग से मिल सके।