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छत्तीसगढ़ मिशन 11 : कांग्रेस ने बची दो सीटों पर घोषित किए उम्मीदवार, इनको मिला टिकट

locationरायपुरPublished: Mar 26, 2019 08:34:15 am

Submitted by:

Deepak Sahu

कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की शेष बची दो सीटों पर भी उम्मीदवारों की घोषणा सोमवार को कर दी

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छत्तीसगढ़ मिशन 11 : कांग्रेस ने बची दो सीटों पर घोषित किए उम्मीदवार, इनको मिला टिकट

रायपुर. कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की शेष बची दो सीटों पर भी उम्मीदवारों की घोषणा सोमवार को कर दी। पार्टी ने कोरबा लोकसभा सीट से विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. चरणदास महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत को उतारा है। वहीं, दुर्ग से प्रतिमा चंद्राकर को प्रत्याशी बनाया है। प्रतिमा को कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में भी दुर्ग ग्रामीण सीट से टिकट दिया था। लेकिन, बाद में वहां से सांसद ताम्रध्वज साहू को लड़ाया गया। इसके साथ ही प्रदेश की 11 लोकसभा सीटों पर भाजपा-कांग्रेस के उम्मीदवारों की पूरी तस्वीर साफ हो गई है। दोनों दलों ने दो-दो महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।

यह है उम्मीदवारी का गणित
प्रतिमा चंद्राकर : प्रतिमा चंद्राकर दुर्ग जिले की राजनीति के पितामह कहे जाने वाले वासुदेव चंद्राकर की बेटी हैं। मजबूत पारिवारिक पृष्ठभूमि और क्षेत्र में सक्रियता उनकी बड़ी ताकत है। कुर्मी समाज से आती हैं, करीब 20 प्रतिशत वोट इस वर्ग के हैं। सोशल इंजीनियरिंग के फॉर्मुले से कांग्रेस ने 11 उम्मीदवारों में प्रतिमा को कुर्मी समाज के प्रतिनिधि के तौर पर शामिल किया है। दो बार विधायक रह चुकी हैं। 2013 का चुनाव मामूली अंतर से हारी थीं। 2018 के चुनाव में दुर्ग ग्रामीण से प्रतिमा को ड्रॉप कर ताम्रध्वज साहू को लड़ाया गया था। उस समय ही शीर्ष नेतृत्व ने प्रतिमा को संसदीय चुनाव में उतारने का वादा किया था।

ज्योत्सना महंत : प्राणीशास्त्र में एमएससी ज्योत्सना महंत पूर्व केंद्रीय मंत्री और छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की पत्नी हैं। संयुक्त मध्यप्रदेश के समय से अब तक चार बार विधायक और तीन बार सांसद रह चुके महंत कोरबा क्षेत्र के निर्विवाद नेता हैं। 2009 में यूपीए सरकार में उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया था। उस क्षेत्र के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से महंत का सीधा जुड़ाव उनकी सबसे बड़ी ताकत है। लोकसभा का पिछला चुनाव हारने के बाद महंत और उनकी पत्नी की राजनीतिक सक्रियता कम नहीं हुई। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ज्योत्सना महंत की देखरेख में क्षेत्र में कांग्रेस के कई कार्यक्रम हुए।

इन वजहों से अटकी थी घोषणा
दुर्ग: दुर्ग से सांसद रहे प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू यहां से अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे। उनका दावा क्षेत्र में साहू समाज के 22 प्रतिशत मतदाताओं की एकजुटता पर था। कहा जा रहा है कि वे इस टिकट के जरिए मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने की टीस मिटाना चाहते थे। वहीं, राहुल गांधी ने प्रतिमा चंद्राकर को मौका देने का वादा कर रखा था।

कोरबा: बताया जा रहा है कि इस सीट पर भाजपा के मजबूत उम्मीदवार की स्थिति में कांग्रेस डॉ. चरणदास महंत को उतारने की तैयारी में थी। पैनल में केवल ज्योत्सना महंत का नाम होने के बावजूद मुख्यमंत्री ने महंत का नाम आगे बढ़ाया था। भाजपा के उम्मीदवार का चेहरा साफ होने के बाद चरणदास महंत की इच्छा का सम्मान हुआ।
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