दोपहर 1 बजे तक महत 400-500 लोग ही आए थे। ऐसे में मोदी परेशान होने लगे। तब बस्तर के कार्यकर्ताओं ने कहा, चिंता मत कीजिए, यह बस्तर है। एक लाख से अधिक की भीड़ आएगी। वाकई में दो बजते-बजते लालबाग मैदान भर गया। जगदलपुर नगर निगम के सभापति और भाजपा नेता शेषनारायण तिवारी ने बताया कि सभा से दो दिन पहले नरेंद्र मोदी जगदलपुर पहुंचे थे।
उस समय वे राष्ट्रीय महामंत्री संगठन और छत्तीसगढ़ के प्रभारी हुआ करते थे। आते ही मोदी ने युवा मोर्चा और कार्यकर्ताओं की बैठक ली। चूंकि सभा वाजपेयी की थी इसलिए उसे ऐतिहासिक बनाने के लिए भाजपा के कार्यकर्ताओं ने दिनरात एक कर दिया था। उस समय दो दिन के लिए सूमो गाड़ी किराए पर लिए थे, जिसमें मोदी भी आना-जाना करते थे।
….तब कुछ ही घंटों में पहुंची एक लाख की भीड़: सभा दोपहर 2 बजे से होनी थी। नरेंद्र मोदी के साथ स्थानीय कार्यकर्ता थे। दोपहर के 12 से 1 बजे के बीच करीब 500 लोगों की ही भीड़ जुटी थी। इसे देख मोदी परेशान होते हुए कहने लगे, इतने लोगों में कैसे होगी सभा। तब कार्यकर्ताओं ने कहा, ये बस्तर है, धैर्य रखें, सब ठीक होगा। इसके बाद दोपहर 2 बजे तक वापजेयी को सुनने एक लाख से अधिक लोग उमड़ पड़े। सभा 4 बजे शुरू हुई।
बस्तर जो बोलता है वही करता है
शेषनारायण तिवारी ने बताया कि सभा के बाद नरेंद्र मोदी भी अटल बिहारी वापयेयी के साथ प्लेन से वापस लौट गए। इससे पहले उन्होंने कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए कहा था कि इतनी बड़ी जिम्मेदारी आप लोगों के सहयोग से पूरा कर पाया। मान गए बस्तर और यहां कार्यकर्ताओं को। बस्तर जो बोलता है वही करता है।